
Career in Animation आपने आजकल के बच्चों के बीच कार्टून्स का क्रेज़ बहुत देखा होगा। अब ये क्रेज़ करियर के रूप में बड़ों के बीच भी आ चुका है। आज की पीढ़ी का हर कोई कार्टून की दुनिया से संबंधित एनीमेशन (Animation) में अपना करियर बनाना चाहता है ।
अगर आपमें क्रिएटिविटी (Creativity) है तो इस फील्ड में पैसों और संभावनाओं (Opportunities) की कोई कमी नहीं है । टीवी, पत्रिका, अखबार, होर्डिंग, कंप्यूटर, टेलीविजन और फिल्मों के साथ-साथ विज्ञापन उद्योग सहित हर सेक्टर में एनीमेशन की डिमांड है। इसी वजह से एनिमेशन के क्षेत्र में करियर की ढेरों संभावनाएं है। एनिमेशन में 6 महीने के सर्टिफिकेट कोर्स से लेकर 4 साल की डिग्री तक ली जा सकती है। एनिमेशन कोर्स करने के बाद बड़ी कंपनियों में आसानी से नौकरी मिल जाती है ।
एनिमेशन के लिए जरूरी हुनर
एनिमेशन इंडस्ट्री में उन लोगों के लिए करियर की व्यापक गुंजाइश है जो अपनी इमेजिनेशन को एनिमेशन में बदल पाते और उनके लिए जो आकर्षक कहानियां सुनाना पसंद करते हैं। यह इंडस्ट्री हर साल हजारों 2डी और 3डी एनिमेटर्स को रोजगार दिलाती है। भारत में एनिमेशन का बड़ा बाजार स्थापित हो चुका है। आने वाले 6-7 वर्षों में करीब 70 फीसदी जॉब मल्टीमीडिया से होंगे, इसलिए युवाओं को इस दिशा में जरूर सोचना चाहिए।
इंटरनेट का बेसिक ज्ञान और क्रिएटिव माइंड वालो के लिए एनिमेशन में एक बेहतरीन करियर की संभावना है। इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए छात्र को रंग, आकार व अनुपात की अच्छी समझ होनी चाहिए। इसलिए इसमें वही लोग करिअर बना सकते हैं, जो क्रिएटिव हों और जिनका प्रेजेंटेशन अच्छा हो। एक एनिमेटर को लेखक, वॉयस ओवर एक्टर, साउंड टेक्नीशियन व म्यूजिक कंपोजर के साथ तालमेल बिठाना पड़ता है। घंटों एक ही प्रोजेक्ट पर लगातार काम करने तथा कुछ नया गढ़ने की लालसा भी जरुरी है।
कुछ लोग एनिमेशन को कंप्यूटर के सामने बैठकर एक कैरेक्टर बनाने और फिर उसे टेक्नोलॉजी की मदद से लाइफ देने की एक एक्साइटिंग और आसान प्रक्रिया मानते हैं। लेकिन ये प्रोसेस काफी टाइम कंज्यूमिंग और थका देने वाला है।
12वीं के बाद कर सकेंगे कोर्स
इस फील्ड में सर्टिफिकेट कोर्स से शुरू करके मास्टर डिग्री तक के कोर्स किए जा सकते हैं। कई प्राइवेट इंस्टीट्यूट भी एनिमेशन सेक्टर में सर्टिफिकेट से लेकर डिप्लोमा और डिग्री कोर्स ऑफर कर रहे हैं। एनिमेशन कोर्स के लिए कम से कम 12वीं पास होना जरूरी है। कैंडिडेट्स को 45 प्रतिशत के साथ इंटर पास होना चाहिए। इसके लिए किसी स्पेशल सब्जेक्ट की डिमांड नहीं होती है लेकिन स्केचिंग, ड्रॉइंग और कंप्यूटर में इंटरेस्ट होना चाहिए। अगर आपने फाइन आर्ट्स नहीं की है तो आप किसी दूसरी स्ट्रीम के बावजूद एनिमेशन में करियर बना सकते हैं। लेकिन वास्तविकता यह है कि आर्ट की जानकारी रखने वाले छात्रों को खासी मदद मिलती है। परास्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश तभी मिल पाता है, जब छात्र के पास स्नातक की डिग्री हो।
सर्टिफिकेट से लेकर डिग्री तक के कोर्स हैं मौजूद
एनिमेशन से संबंधित स्नातक, परास्नातक डिप्लोमा, एडवांस डिप्लोमा, पीजी डिप्लोमा व सर्टिफिकेट स्तर पर कई तरह के पाठ्यक्रम मौजूद है। इनमें एनिमेशन आर्ट, ग्राफिक व एनिमेशन प्रिंसिपल, प्रोडक्शन प्रोसेस, कैरेक्टर डिजाइन, 2डी व 3डी एनिमेशन, विजुअल कम्युनिकेशन आदि की जानकारी दी जाती है।
प्रमुख संस्थान
जामिया मिल्लिया इस्लामिया www.jmi.ac.in
माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी www.mcu.ac.in
टीजीसी एनिमेशन एंड मल्टीमीडिया www.tgcindia.com
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फिल्म एंड फाइन आर्ट https://www.niffa.org/
जितनी अच्छी स्किल्स (Skills), उतना अच्छा करियर
career opportunities in Animation एनिमेशन फील्ड में करियर बनाने वालों की सैलरी इस बात पर निर्भर करती है कि आप कहां काम कर रहे हैं। किसी अच्छे इंस्टीट्यूट से एनिमेशन में कोर्स करने वालों को बड़ी एनिमेशन कंपनी में नौकरी मिल जाती है । अधिकांश कंपनियां एनिमेटरों को ग्रेड, जैसे पी-1, पी-2, पी-3, पी-4 और पी-5 के आधार पर वेतन देती हैं। इनमें नए आने वाले युवाओं को पी-5 ग्रेड का एनिमेटर माना जाता है। इस स्तर पर उन्हें 12-15 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन दिया जाता है। दो साल का अनुभव होने पर वह टीम लीडर तथा पांच साल का अनुभव होने के पश्चात सुपरवाइजर बन जाता है। टीम लीडर के रूप में उसे 20-25 हजार जबकि सुपरवाइजर के रूप में 40-45 हजार प्रतिमाह मिलते है। फ्रीलांसिंग अथवा प्रोजेक्ट के रूप में काम करने पर आमदनी की कोई निश्चित सीमा नहीं होती।