
फैशन एक ऐसा फील्ड है, जो यूथ को बड़ा आकर्षित करता है। यहां ग्लैमर है। कल्पनाओं को साकार करने के अवसर हैं। ऐसे में दुनिया को जीत लेने का जज्बा आपके भीतर है और आप क्रिऐटिव सोच वाले हैं, तो आप इस फील्ड में बेहतर कर सकते हैं।
डिजाइनर्स की डिमांड
एक अच्छा फैशन डिजाइनर इंडस्ट्री के केंद्र में होता है। डिजाइनर क्लाइंट की मांग पर क्रिएटिव चीजें बनाता है। वह डिजाइनिंग की तीन कैटेगरीज में अपनी भूमिका निभाता है। वह मेन्स, विमन्स और बच्चों के कपड़ों की डिजाइनिंग करता है। इन कपड़ों को और भी सेक्शन में बांटकर देखा जा सकता है। यहां कपड़ों से लेकर जूते, चश्में और जूलरी और हर एक क्षेत्र में भी डिजाइनर्स की डिमांड है।
क्रिएटिव होना जरूरी
ड्रेस डिजाइनिंग की शुरुआत पेपर पर स्केच से होती है। इसलिए भी फैशन डिजाइनर को आर्टिस्टिक और क्रिएटिव होना जरूरी होता है। फैशन के ट्रेंड को भी समझना होता है। इस फील्ड में बेहतर करने के लिए आपको स्टाइल, फैब्रिक टेक्सचर को समझते हुए क्रिएटिविटी के साथ कलर कॉम्बिनेशन पर भी ध्यान देना होता है। इस दौरान मौसम से लेकर मार्केट की कंडीशन, स्टाइल, कलर, टेक्सचर और मटीरियल पर ध्यान रखना होता है।
रिसेंट फैशन के बारे में जानकारी जरूरी
इंडस्ट्री को आपसे यह उम्मीद रहती है कि आप कलर, शेड और टोन्स पर शानदार पकड़ रखते होंगे। फैशन डिजाइनर को मार्केट के रिसेंट फैशन के बारे में जानकारी रखनी चाहिए। इसके अलावा आप मैन्यूफेक्चरिंग, फैशन क्वार्डिनेटर और मार्केटिंग में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं। इसके लिए उसे टीवी, फैशन जनरल, किताबों और इंटरनेट का सहारा लेना होता है। फैशन इंडस्ट्री में स्टूडेंट्स को लीड डिजाइनर, टेक्निकल डिजाइनर, टेक्सटाइल डिजाइन और इंजीनियरिंग, फैशन मार्केटिंग, ब्रांड मैनेजमेंट, स्टाइल और फोटोग्राफर के रूप में भी काम करने को मिलता है।
भविष्य में खूब है स्कोप
फैशन सिर्फ महानगरों तक ही सीमित नहीं रह गया है, बल्कि वह छोटे शहरों को भी रास आ रहा है। फैशन एक्सपर्ट मानते हैं कि फिट ड्रेस की पहुंच एलिट क्लास से आगे निकलकर आम लोगों तक पहुंच गई है। ऐसे में फैशन की पहुंच आज हर एक व्यक्ति के जीवन तक है। हर कोई कपड़ों की बेस्ट क्वॉलिटी के साथ-साथ उसके डिजाइन और स्टाइल पर भी नजर रखता है। ऐसे में 2021 तक भारतीय कपड़ा उद्योग के 108 बिलियन डॉलर से 223 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाने की उम्मीद है। लगभग 100 फीसदी की वृद्धि के साथ फैशन, डिजाइन ऐंड क्लॉथ का यह फील्ड जॉब की संभावनाएं लेकर आने वाला है।
12 वीं के बाद करें यह कोर्स
फैशन डिजाइनिंग का कोर्स के लिए कैंडिडेट को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12 वीं का एग्जाम क्लीयर करना होता है। देश में कई ऐसे इंस्टिट्यूट्स हैं, जो फैशन डिजाइनिंग में ग्रैजुएटए डिप्लोमा का कोर्स कराते हैं। वे ध्यान रखते हैं कि वे इंडस्ट्री के अनुसार डिजाइनर्स को तैयार करें जो न सिर्फ फैशन डिजाइनिंग की टेक्नॉलजी से परिचित हों, बल्कि बड़े पैमाने पर प्रीमियम फैशन शो को सफल बनाने में अहम भूमिका भी निभाएं।