
सोशल मीडिया पर चर्चा है कि राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से आयोजित की जाने वाली राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा-रीट 2021 स्थगित हो गई है। कई ने तो परीक्षा की डेट भी घोषित कर दी। आपको बता दें कि परीक्षा अभी तक स्थगित नहीं हुई है। आप अपनी तैयारी अपनी रफ्तार से जारी रखें।
आप कहेंगे फिर चर्चा आई कहां से। दरअसल चर्चा शुरू हुई भाजपा नेता गुलाब चंद कटारिया के बयान से। उन्होंने कहा कि परीक्षा के दिन 25 अप्रैल को जैन समुदाय के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर की जयंती है। अत: परीक्षा यह दिन टाल कर होनी चाहिए। जैन सिटीजन फाउंडेशन का प्रतिनिधि मंडल राजेंद्र गोधा की अगुवाई में समाज के लोग शिक्षा मंत्री गोविन्दसिंह डोटासरा से मिला था। इसके बाद शिक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया था कि मुख्यमंत्री से मिलकर इस बारे में बात की जाएगी। भाजपा विधायक कालीचरण सराफ , अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष जसबीर सिंह और अजमेर नगर निगम के उपमहापौर नीरज जैन ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर परीक्षा तिथि को बदलने के लिए मांग की।
छात्रों के एक संगठन ने बुधवार को उनसे मुलाकात की थी। इसके बाद राजे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर संबंधित विभाग से अनुरोध किया है कि छात्रों की इस मांग को सुनकर तत्काल समाधान करें। दरअसल, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने REET की परीक्षा को 25 अप्रैल को करवाने की तिथि निर्धारित की है। इसी दिन महावीर जयंती भी है। जैन समाज सहित अन्य संगठनों ने कहा कि इस आयोजन के चलते कई अभ्यर्थी परीक्षा से वंचित रह जाएंगे। इसी कारण परीक्षा की तिथि बदलने की मांग कर रहे हैं।
रीट परीक्षा में जरुरी बदलावों को लेकर इसको हाई कोर्ट में भी ले जाया गया था। इस पर कोर्ट ने बीएड डिग्रीधारी युवाओं को भी फर्स्ट लेवल के लिए आवेदन के आदेश जारी कर दिए। युवा मांग कर रहे हैं कि फर्स्ट लेवल के सिलेबस की तैयारी करने का समय भी मिलना चाहिए। इसलिए अब रीट भर्ती परीक्षाकी तिथियों में बदलाव की किया जाना चाहिए।
दूसरी ओर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ डीपी जारोली बोल चुके हैं कि भगवान महावीर त्याग की मूर्ति है। तिथि परिवर्तन की मांग करने वाले प्रदेश के बेरोजगारों के साथ त्याग की भावना रखते हुए परीक्षा निर्धारित तिथि 25 अप्रैल को ही आयोजित होने दें। राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव का भी कहना है कि पिछले 2 साल से करीब 14 लाख बेरोजगार परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं, ऐसे में परीक्षा तिथि आगे बढ़ाने से उनमें निराशा आएगी।