
सीए फाइनल कोर्स की परीक्षा चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने के अंतिम चरण की परीक्षा है। यह परीक्षा तीनो चरण की परीक्षा में सबसे कठिन मानी जाती है। हर साल इसका रिजल्ट इसका बहुत ही कम रहता है। इसमें सफलता प्राप्त करने के लिए सही मार्गदर्शन और कड़ी मेहनत की जरुरत होती है। सीए फाइनल में आपको कानून, अंतराष्ट्रीय कर प्रणाली, लेखांकन और अन्य वित्तीय प्रबंधन की बारीकियों से अवगत कराया जाता है। इसकी परीक्षा साल में 2 बार मई और नवंबर में ली जाती है। जो छात्र फाउंडेशन और इंटरमीडिएट की परीक्षा पास कर चुके है तथा साथ ही 3 वर्ष की आर्टिकलशिप में से जो छात्र 2.5 वर्ष की आर्टिकलशिप पूरी कर चुके है वे सीए फाइनल कोर्स के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
सीए फाइनल का सिलेबस
सीए फाइनल सिलेबस में फाइनेंशियल, स्ट्रेटेजिक फाइनेंशियल मैनेजमेंट, एडवांस्ड ऑडिटिंग एंड प्रोफेशनल एथिक्स, कॉरपोरेट लॉ, अदर इकॉनोमिक लॉ, एडवांस्ड मैनेजमेंट अकाउंटिंग, ऑप्शनल पैपर-इंटरनेशन टैक्सेशियन, एडवांस डाइरेक्ट लॉ सहित 8 पेपर होते हैं। नई योजना के अनुसार पेपर 6 को ऐच्छिक पेपर से बदला गया है। इनमे से छात्र जोखिम प्रबंधन, अंतर्राष्ट्रीय कराधान, आर्थिक कानून, पूंजी बाजार, मल्टी डिसिप्लिनरी केस स्टडी आदि में से किसी एक पेपर को चुन सकते है। आप सीए फाइनल का नया सिलेबस आईसीएआई के पोर्टल पर जाकर डाउनलोड कर सकते है।
सीए फाइनल के बाद यह मौके कर रहे इंतजार
सीए फाइनल में सफल होने के बाद आप सीए के रूप में किसी अच्छी कम्पनी में जॉब कर सकते है या फिर स्वतंत्र रूप से अपना कार्य शुरू कर सकते है। चार्टर्ड अकाउंटेंट आर्थिक लेखाकार, स्वतंत्र व्यावसायिक सलाहकार, लागत लेखाकर्म सलाहकार, आयकर निर्धारण सलाहकार का कार्य कर सकते हैं। लेखा प्रबन्धन, उद्योगों में नौकरी और कम्पनियों में एकाउंट्स अडिटर का कार्य भी कर सकते हैं।
खुद की प्रैक्टिस
चार्टर्ड अकाउंटेंट सेक्रेटरी, कॉस्ट अकाउंटेंट, आर्किटेक्ट, ऐडवोकेट, इंजीनियर-चार्टर्ड और एक्युअरी प्रोफेशनल के तौर पर खुद की प्रैक्टिस कर सकता हैं।
ऑडिट कंसल्टेंसी फर्म में पार्टनर
ग्लोबल ऑडिट कंसल्टेंसी कंपनियों मेें मैनेजर से सीनियर मैनेजर, एसोसिएट डायरेक्टर और फिर पार्टनर बनते हैं। अगर आप काम का प्रेशर झेल जाते हैं तो शानदार मौके मिलते हैं।
सरकारी नौकरी
आप सरकारी नौकरी भी कर सकते हैं। सिविल सर्विसेज का एग्जाम क्लियर कर लेते हैं तो बाद में इनकम टैक्स अपीलेट ट्राइब्यूनल, सेबी जैसे संस्थानों के चेयरमैन या प्रेजिडेंट बन सकते हैं। लेकिन इन पदों तक पहुंचने के लिए किसी सरकारी संगठन में लंबे समय तक सेवा देनी होगी।
इंडस्ट्री में करियर
मैन्युफैक्चरिंग, इन्फर्मेशन टेक्नालॉजी, ऑटोमोबाइल, स्टील आदि से लेकर कई इंडस्ट्रीज हैं जहां आप जॉब कर सकते हैं। आपको कॉर्पोरेट चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहना होगा। यहां आप चीफ फाइनेशिल ऑफिसर तक बन सकते हैं।
इन्वेस्टमेंट बैंकर
जिन लोगों की स्टॉक मार्केट, फॉरेक्स, डेरिवेटिव्स आदि में दिलचस्पी है, वे बैंक या नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी के लिए काम कर सकते हैं। पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर बैंकों, विदेशी बैंकों में जॉब कर सकते हैं।
इंश्योरेंस सेक्टर
रिस्क मैनेजमेंट, इंश्योरेंस पॉलिसी आदि के क्षेत्र में आप रिस्क लेना चाहते हैं तो इस फील्ड में आप करियर बना सकते हैं।