
- सभी सैनिक स्कूलों में लड़कियों को भी मिलेगा एडमिशन
यदि आप सेना में करियर बनाना चाहते हैं तो सैनिक स्कूल में पढऩा अच्छा विकल्प है। देश में फिलहाल कुल 33 सैनिक हैं। इनमें दाखिले की ख्वाहिश रखने वाले स्टूडेंट्स व पैरेंट्स के लिए पेश है जरूरी जरुरी जानकारी।
ऑल इंडिया सैनिक स्कूल्स एंट्रेंस एग्जाम-AISSEE
सैनिक स्कूलों में कक्षा 6 और 9वीं में एडमिशन के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी-एनटीए की ओर से ऑल इंडिया सैनिक स्कूल्स एंट्रेंस एग्जाम (AISSEE) का आयोजन करवाया जाता है। एग्जाम देश के सभी सैनिक स्कूलों में होगा।
सैनिक स्कूल एंट्रेंस एग्जाम पेटर्न
उम्मीदवारों को परीक्षा में शामिल होने से पहले एग्जाम का पेटर्न का पता होना बहुत जरूरी है।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी-एनटीए की ओर से सैनिक स्कूल की प्रवेश परीक्षा 2021 में पहली बार ली गई है। राजस्थान के ही 10 हजार 350 विद्यार्थियों से सैनिक स्कूल में प्रवेश के लिए आवेदन किया। 8 जिलों में इनके लिए परीक्षा केन्द्र बनाए गए थे। एनटीए ने इसके पैटर्न में कोई बदलाव नहीं किया है। पेपर का डिफिकल्टी लेवल भी पिछले सालों की तुलना में आसान रहा।जानकारों के अनुसार अब तक सैनिक स्कूल की कट आफ औसतन 240 से 280 तक रही है। इस साल यह अधिक जा सकती है।
कक्षा 6 के लिए
कक्षा 9 के मुकाबले 6 में सीटें काफी अधिक होती है। इसलिए इसमें प्रवेश के लिए उत्साह भी अधिक रहता है। इसकी प्रवेश परीक्षा में 300 अंक के 125 ऑब्जिेक्टिव टाइप सवाल पूछे जाते हैं। इसमें हिंदी, अंग्रेजी, मैथ्स के साथ जीके शामिल रहता है।
एग्जाम टाइप: लिखित परीक्षा
कुल अंक: 300
इंटरव्यू: 50 अंक
कक्षा 9 के लिए
एग्जाम टाइप: लिखित परीक्षा
कुल अंक: 400
भाषा: इंग्लिश
इंटरव्यू: 50 अंक
एग्जाम के लिए यह चाहिए योग्यता
कक्षा 6 में एडमिशन के लिए
• उम्मीदवार कक्षा पांचवी में मान्यता प्राप्त स्कूल से पास होना चाहिए।
• उम्मीदवार की आयु 10 से 12 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
• अब सभी सैनिक स्कूलों में कक्षा 6 में लड़कियांं भी एडमिशन ले सकती हैं।
कक्षा 9 में एडमिशन के लिए
एडमिशन के समय स्टूडेंट ने मान्यता प्राप्त स्कूल से 8वीं कक्षा पास कर ली हो।
आयु 13 से 15 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
आरक्षण
•एससी उम्मीदवारों के लिए: 15 फीसदी
• एसटी के लिए: 7.5 फीसदी
• सैनिक स्कूल जिस राज्य में है, उसके उम्मीदवारों के लिए: 67 फीसदी
• अन्य राज्यों के उम्मीदवारों के लिए: 33 फीसदी
• एक्स सर्विसमेन के उम्मीदवारों के लिए: 25 फीसदी
आवेदन पत्र
सैनिक स्कूल एडमिशन एंट्रेंस एग्जाम के लिए आपको एआईएसएसईई की वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन आवेदन करना होता है। किसी भी सैनिक स्कूल में आवेदन पत्र ऑफलाइन माध्यम से जमा नहीं किए जाते हैं। आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवारों को ऑल इंडिया सैनिक स्कूल एंट्रेंस एग्जाम आवेदन पत्र ऑनलाइन जमा करना होगा। उम्मीदवारों को ऑनलाइन आवेदन पत्र के साथ अपने जरूरी डॉक्यूमेंट्स भी अपलोड करने होंगे। जो उम्मीदवार आवेदन करेंगे उन्हें रजिस्ट्रेशन फीस भी जमा करनी होगी। एससी व एसटी उम्मीदवारों के लिए एग्जाम फीस व अन्य सभी के लिए रुपए है।
आवेदन शुल्क
• जनरल और डिफेंस केटेगरी के उम्मीदवारों को 550 रुपए जमा करने होंगे।
• एससी और एसटी केटेगरी के उम्मीदवारों को 400 रुपए जमा करने होंगे।
• आवेदन शुल्क का भुगतान ऑनलाइन नेट बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से करना होगा।
एडमिट कार्ड
उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम के दिन एग्जाम सेंटर पर अपने एडमिट कार्ड साथ लेकर जाने होंगे। बिना एडमिट कार्ड के किसी भी उम्मीदवार को परीक्षा में नहीं बैठने दिया जाएगा। एडमिट कार्ड पर परीक्षा से जुड़ी जरूरी जानकारी जैसे रोल नंबर, समय, तारीख, सेंटर आदि दी होती है। एंट्रेंस एग्जाम में शामिल होने के लिए सभी उम्मीदवारों को अपने एडमिट कार्ड ऑनलाइन डाउनलोड करने होते हैं।
आंसर की और रिजल्ट
सैनिक स्कूल एंट्रेंस एग्जाम के बाद परीक्षा की आंसर की जारी की जाएगी। आंसर की के माध्यम से उम्मीदवार अपने अंकों की गणना कर सकते हैं और अपने परिणाम का अनुमान लगा सकते हैं। आंसर की जारी होने पर आपको सूचित कर दिया जाएगा। रिजल्ट की घोषणा मेरिट लिस्ट जारी करके की जाएगी। जो उम्मीदवार एंट्रेंस एग्जाम में पास हो जाएंगे उन्हें इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट के लिए बुलाया जाएगा। एंट्रेंस एग्जाम इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट के अंकों के आधार पर फाइनल रिजल्ट घोषित किए जाएंगे। फाइनल रिजल्ट के आधार पर ही उम्मीदवारों को सैनिक स्कूल एडमिशन के लिए चुना जाएगा।
सभी सैनिक स्कूलों में लड़कियों को भी मिलेगा एडमिशन
सैनिक स्कूल छंगछी, मिजोरम में एकेडमिक ईयर 2018-19 में गल्र्स कैडेट के एडमिशन के पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद अब सरकार ने नए शैक्षणिक सत्र 2021-22 से देशभर के सभी सैनिक स्कूलों में लड़कों के साथ ही लड़कियों को भी एडमिशन देने का फैसला किया है। देश में वर्तमान में सिर्फ लड़के सैनिक स्कूल हैं में एडमिशन ले सकते हैं।
इस साल पहली बार लड़कियों को सैनिक स्कूल में प्रवेश दिया जा रहा है। राजस्थान के सैनिक स्कूल चित्तोडग़ढ़ और झुंझुनू में कक्षा 6 में लड़कियों को दस फीसदी आरक्षण दिया गया है। इनमें कक्षा 6 में सौ और 9 में 30 सीटें हैं। चित्तौडग़ढ़ में सौ सीटों के लिए 4082 आवेदन आए। इसमें छात्राओं की दस सीटों के लिए 818 फार्म आए थे। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि सैनिक स्कूलों में प्रवेश के लिए लड़कियों का उत्साह कितना अधिक है।
भारत में कितने सैनिक स्कूल है
देश में वर्तमान में कुल 33 सैनिक स्कूल हैं। इन स्कूलों को सैनिक स्कूल सोसायटी द्वारा चलाया जाता है जो रक्षा मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में हैं। सैनिक स्कूलों की स्थापना का मकसद स्टूडेंट्स को कम उम्र से भारतीय सशस्त्र बलों में प्रवेश के लिए तैयार करना है।
1961 में शुरू हुए थे पांच सैनिक स्कूल
रक्षा मंत्रालय ने सात अगस्त 1961 को देश में पहले पांच सैनिक स्कूलों की स्थापना की थी। इसमें एक सैनिक स्कूल की स्थापना राजस्थान के चित्तौडगढ़़ में की थी। झुंझुंनूं में सैनिक स्कूल खुलने से पहले यह राज्य का एक मात्र सैनिक स्कूल था।
अंबिकापुर, छत्तीसगढ़, घोराखल, नैनीताल उत्तराखंड, गोपालगंज, बिहार, कुंजपुरा, हरियाणा, लखनऊ, उत्तर प्रदेश, नालंदा, बिहार, तिलैया, झारखंड, रेवा, रेवाड़ी, हरियाणा, सुजानपुर टिरा, हिमाचल प्रदेश आदि में सैनिक स्कूल है।
प्राइवेट सैनिक स्कूल भी शुरू होंगे
सरकार गैर-सरकारी संगठनों-NGO, प्राइवेट स्कूलों और राज्य सरकारों की साझेदारी में देश में सैनिक स्कूलों की स्थापना के लिए एक नई योजना लाने का प्रस्ताव तैयार कर रही है। सैनिक स्कूल राज्य सरकारों से विशिष्ट अनुरोध प्राप्त होने पर स्थापित किए जाएंगे।