
इंडियन एयर फोर्स यानि भारतीय वायु सेना के अधिकारियों के लिए आकाश की सीमा नहीं है। वायु सेना वायु में रहते हुए देश की भौगोलिक सीमाओं की रक्षा करती है, साथ ही प्राकृतिक आपदा के समय राहत और बचाव कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान देती है। भारतीय वायु सेना में युवा अपने करियर को ऊंची उड़ा दे सकते हैं। भारतीय वायु सेना कैसे ज्वाइन करें, इसके बारे में आपको विस्तार से जानकारी दे रहे हैं।
भारतीय वायुसेना में शैक्षणिक योग्यता
अभ्यर्थी को 60 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं की परीक्षा विज्ञान और गणित विषय के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए।
भारतीय वायुसेना में प्रवेश प्रक्रिया
12वीं के बाद भारतीय वायुसेना में जाने के लिए विज्ञान के छात्रों को एनडीए-नेशनल डिफेंस एकेडमी की परीक्षा में भाग लेना होता है। एनडीए में जल, थल और वायु सेना के कैडेटों का एक साथ प्रशिक्षण दिया जाता है। एनडीए में प्रवेश के लिए अभ्यर्थी को एनडीए की प्रवेश परीक्षा में भाग लेना होता है। इस परीक्षा के लिए अभ्यर्थी की आयु 19 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए। एनडीए की लिखित परीक्षा और एसएसबी साक्षात्कार में चयन के पश्चात अभ्यर्थी को मेडिकल टेस्ट के लिए भेजा जाता हैए वायु सेना अन्य सेनाओं की तुलना में अभ्यर्थी के शारीरिक और चिकित्सा विनिर्देशों में अधिक मांग करती है। अभ्यर्थी का चयन होने पर एनडीए में 3 साल के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षण सफलता पूर्वक पूरा होने के पश्चात वायु सेना कैडेट्स को वायु सेना अकादमी, हैदराबाद भेजा जाता है। वहां उनकी ट्रेनिंग एक साल तक चलती है। प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद, अभ्यर्थी को भारतीय वायु सेना में फ्लाइंग ऑफिसर के रूप में नियुक्ति पत्र दे दिया जाता है।
भारतीय वायुसेना के प्रमुख पद
भारतीय वायुसेना के प्रमुख पद इस प्रकार है-एयर चीफ मार्शल भारतीय वायु सेना का सबसे महत्वपूर्ण और सर्वोच्च अधिकारी होता है। इसके अलावा एयर मार्शल, एयर वाईस मार्शल, एयर कमोडोर, ग्रुप कैप्टन, विंग कमांडर। फ्लाइंग अफसर। जूनियर कमीशंड अधिकारी में मास्टर वारंट आफिसर, वारंट अधिकारी, जूनियर वारंट आफिसर, गैर कमीशंड अधिकारी, हवलदार-सार्जेंट, प्रमुख एयरक्राफ्ट्समैन आदि होते है।
फ्लाइंग, टेक्निकल ग्राउण्ड ड्यूटी व वायु सेना की तीन शाखाएं हैं। इनके अतिरिक्त लॉजिस्टिक, अकाउन्ट, मीटियरोलोजी, एजुकेशन, एडमिनिस्ट्रेशन, मेडिकल व डेन्टल शाखाएं भी होती हैं। वायु सेना देश के विभिन्न क्षेत्रों मे युवाओं को भर्ती कर उन्हें प्रशिक्षित करती है, जिसमें लड़ाकू विमान के पायलेट, मिसाइल टेक्नोलोजिस्ट, मीटियरोलोजिस्ट, एयर ट्राफिक कन्ट्रोलर, लॉजिस्टिक स्पेशलिस्ट, एजुकेशनिस्ट और डॉक्टर आदि शामिल हैं।
ऐसे बन सकते एयर फोर्स में ऑफिसर
वे पुरुष युवा जिनकी आयु 16 से 19 वर्ष तथा भौतिक व गणित विषय के साथ 12वीं कक्षा उत्तीर्ण हो, प्रवेश के लिए पात्र हैं। यू.पी.एस.सी. द्वारा आयोजित परीक्षा द्वारा भी एयर फोर्स में ऑफिसर बन सकते हैं।
अन्य का ऐसे होता चयन
ऑफिसर्स रैंक के नीचे के कर्मकारों का चयन सलेक्शन बोर्ड द्वारा किया जाता है। योग्यताएं: कार्य स्वरूप (क्षेत्र) के अनुसार।
1. ग्रुप एक्स
एयरमैन टेक्नीकल ट्रेड से जाना जाता है। इसके लिए 10+$2 गणित, भौतिक विज्ञान और अंग्रेजी विषय लेकर उत्तीर्ण हो या मान्यता प्राप्त पोलीटेक्नीक इंस्टीट्यूट से इंजीनियरिंग में डिप्लोमा प्राप्त हो एवं आयु 17 से 22 वर्ष के बीच हो।
2. ग्रुप वाई
इसके अन्तर्गत पुलिस, डिफेंस, सिक्योरिटी, मेडिकल में आवेदन करने वाले 10+2 या विज्ञान, कला या वाणिज्य की समान परीक्षाओं तथा विषयों में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण होना चाहिए। इसकी आयु सीमा 17 से 22 वर्ष है।
3. ग्रुप जेड (म्युजिकल ट्रेड)
इस ट्रेड में उम्मीदवारों को अंग्रेजी लिखने व पढऩे में सक्षम होना चाहिए। आयु सीमा 17 से 35 वर्ष तक है। इन उम्मीदवारों को एक संगीत वाद्य यंत्र जैसे-ट्रम्पेट, बास, वाइलिन, सैक्सोफोन, लोरिनेट, युफोनियम, जैज-ड्रम, पिकॉलो, गिटार, बासट्रॉमबोन, की-बोर्ड, सरोद, वओला, सेलो या कॉन्टा बास (स्ट्रिंग बास) को बजाने की दक्षता होनी चाहिए।
महिलाओं की भर्ती
भारतीय वायुसेना में महिलाओं की भर्ती विभिन्न संवर्गों में की जाती है। महिलाएं पायलट, नेवीगेटर के पदों पर भी नियुक्ति पा सकती हैं। इसके लिए उन्हें स्नातक तथा 12वीं कक्षा भौतिकी व गणित विषयों के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए। आवेदक की उम्र 19 से 23 वर्ष के मध्य होना चाहिए। पायलट एप्टीट्यूड बेट्री टेस्ट में सफल होने के बाद प्रतियोगी को मनौवैज्ञानिक परीक्षण व साक्षात्कार से गुजरना पड़ता है। उन्हें रतौंधी न हो तथा वे चश्मा नहीं लगाती हों। एयर ट्रफिक कंट्रोल शाखा में भर्ती के लिए आवेदक को न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों में भौतिकी व गणित में स्नातक नौसेना के कैडर के पदों के लिए एलएलबी डिग्री न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों के साथ होना चाहिए। अद्यतन जानकारी के लिए वायुसेना की वेबसाइटस से प्राप्त की जा सकती है।