
75 फीसदी अग्निवीर सैनिकों को 4 साल बाद सेवा मुक्त कर दिया जाएगा, 25 प्रतिशत प्रतिभाशाली युवाओं को सेनाएं रिटेन करेंगी, 17.5 साल से 21 साल तक की उम्र वाले युवा इसके लिए आवेदन कर सकेंगे। अग्निवीर कैसे करेंगे देश सेवा, कब होगी भर्ती और कैसा होगा करियर; जानें हर डिटेल।
• Details सरकार ने 14 जून को सेना में भर्ती की नई प्रक्रिया ‘अग्निपथ’ की घोषणा की। इस नए प्रोसेस से निकले सैनिकों को अग्निवीर कहा जाएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अग्निपथ योजना से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और युवाओं को अन्य क्षेत्रों में जाने के भी अच्छे अवसर मिलेंगे। अग्निवीरों को पब्लिक सेक्टर, पीएसयू और उद्योगों में नौकरियों में वरीयता दी जाएगी। चार साल के बाद अग्निवीर रेगुलर कैडर के लिए अप्लाई कर सकते हैं। सेना एक बैच के अधिकतम 25% अग्निवीरों को परमानेंट सर्विस देगी।
अगले दो-तीन दिन के अंदर बहुत सारे मंत्रालय और कुछ राज्य सरकारें अग्निवीर से निकलने वाले सैनिकों के बारे में ऐलान करेंगी। उन्हें पब्लिक सेक्टर, पीएसयू, उद्योगों में नौकरियों में वरीयता दी जाएगी। रक्षा मंत्री ने कहा कि कहा कि हमने सभी देशों के स्ट्रक्चर को स्टडी किया है। बहुत सोच-समझकर यहां के नौजवानों के हित को देखते हुए इस स्कीम को लाया गया है।
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने स्कीम के बारे में बताते हुए कहा कि इस स्कीम से सेनाओं की औसत आयु कम होगी। अभी तक यह आयु 32 वर्ष थी, जो घटकर 24 से 26 साल ही रह जाएगी। अग्निवीरों की पहली रैली 90 दिन के भीतर शुरू हो जाएगी। पहला बैच 2023 में आएगा। इसमें सिपाहियों, एयरमैन और सेलर्स की भर्ती होगी। नई प्रक्रिया में, अग्निवीरों को बेहद टेक्निकल माहौल में ट्रेन किया जाएगा। यह ट्रेनिंग 10 सप्ताह से लेकर अधिकतम छह महीने चलेगी। ट्रेनिंग पीरियड मिलाकर उनकी कुल सर्विस चार साल की होगी।
हर साल 45 हजार युवाओं की होगी भर्ती
अग्निपथ के तहत हर साल करीब 45 हजार युवाओं को सेना में शामिल किया जाएगा। ये युवा 17.5 से 21 साल की उम्र के बीच होंगे। इन्हें चार साल के लिए सेना में सेवा देने का मौका मिलेगा। इन चार सालों में से 6 महीने सैनिकों को बेसिक ट्रेनिंग दी जाएगी। सैनिकों को 30 हजार से 40 हजार सैलरी और अन्य फायदे दिए जाएंगे। वे तीनों सेनाओं के स्थायी सैनिकों की तरह अवॉर्ड, मेडल और इंश्योरेंस कवर पाने के हकदार रहेंगे। इंश्योरेंस कवर 44 लाख रुपए का होगा। इसके अलावा उनको मिले स्किल सर्टिफिकेट और बैंक लोन के जरिए उन्हें दूसरा करियर शुरू करने में मदद की जाएगी।
अग्निपथ स्कीम के जरिए कैसे युवाओं को करियर मिलेगा, इस बारे में भी सरकार की ओर से विस्तार से जानकारी दी गई है। आइए जानते हैं, अग्निपथ स्कीम की बड़ी बातें…
• इस स्कीम के तहत लड़के एवं लड़कियों दोनों को ही तीनों सेनाओं में भर्ती का मौका मिलेगा। अग्निवीर के आवेदन के लिए आयु 17 साल 6 महीने से लेकर 21 साल तक की होनी चाहिए। सैन्य अधिकारियों ने कहा कि इससे 10वीं या 12वीं पास होते ही युवाओं को एक अच्छा करियर मिल सकेगा। उनके पास बेहतर सैलरी, प्रशिक्षण और भविष्य की राह तीनों होंगे।
•अग्निवीरों के लिए भी मेडिकल और फिजिकल फिटनेस के नियम वही रहेंगे, जो अब तक अन्य सैनिकों के लिए रहे हैं। 10वीं और 12वीं पास युवाओं को अग्निवीर के तौर पर अलग-अलग पदों पर भर्ती के लिए मौका दिया जाएगा।
•पहले साल में अग्निवीरों को सालाना 4.76 लाख रुपये का पैकेज मिलेगा। चौथे साल के अंत तक यह राशि बढ़कर 6.92 लाख रुपये हो जाएगी।
•सर्विस की समाप्ति पर 11.7 लाख रुपये का पैकेज दिया जाएगा। इसके अलावा सर्विस के दौरान शहादत पर परिजनों को 1 करोड़ रुपये मिलेंगे। वहीं सेवा के दौरान दिव्यांग होने या गंभीर रूप से जख्मी होने की स्थिति में 44 लाख रुपये का कवरेज मिलेगा। सेवा निधि पैकेज पर किसी भी तरह का टैक्स नहीं लगेगा।
•अग्निवीर के तौर पर जिन सैनिकों का 4 साल का कार्यकाल पूरा होगा, उन्हें दूसरे संस्थानों में रोजगार के अवसर मिलेंगे और उन्हें प्राथमिकता भी दी जाएगी। इसके अलावा 25 फीसदी अग्निवीरों को सेना में लंबी अवधि की सेवा के लिए भी चुना जाएगा।
•अग्निवीरों की भर्ती के लिए सेना रैली होगी। पहली भर्ती 90 दिनों के भीतर ही होगी। इस साल पहले बैच में कुल 46,000 अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी। आने वाले वर्षों में यह संख्या और बढ़ सकती है। इसके अलावा कुछ संस्थानों में जाकर कैंपस इंटरव्यू भी तीनों सेनाओं की ओर से किया जाएगा। खासतौर पर आईटीआई करने वाले युवाओं को खास मौके मिलेंगे।
•सेवामुक्त किए जाने के बाद भी उन्हें दूसरी नौकरी हासिल करने में आसानी हो, इसके लिए ‘अग्निवीर स्किल सर्टिफिकेट’ जारी किया जाएगा।
•अगर अग्निवीर एयरफोर्स या नेवी जॉइन करने का फैसला करते हैं तो उन्हें खास ट्रेनिंग दी जाएगी। अग्निवीरों को पेंशन नहीं मिलेगी लेकिन ‘सेवा निधि’ का फायदा जरूर मिलेगा। हालांकि इस फंड के लिए अग्निवीरों की मासिक सैलरी का 30% काटा जाएगा। इतनी ही रकम सरकार जमा करेगी। चार साल की सर्विस के बाद ‘सेवा निधि’ में जमा रकम ब्याज सहित मिल जाएगी जो करीब 10.04 लाख रुपये बैठेगी।