
कॉमन ऐडमिशन टेस्ट यानि कैट में सफल होने वाले छात्रों को देश के 20 इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट आइआइएम और देश के एक हजार से ज्यादा बिजनेस स्कूल में ऐडमिशन का मौका मिलता है। कंप्यूटर आधारित 3 घंटे की आनलाइन परीक्षा के मुख्य रूप से तीन हिस्से होते है। इनमें मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन और नॉन मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन पूछे जाते हैं।
यहां निगेटिव मार्किंग का प्रावधान है। सही जवाब के लिए जहां 3 अंक दिए जाते हैं वहीं गलत जवाब के लिए 1 अंक काट लिया जाता है। परीक्षा में अलग-अलग तरीके से छात्र की जानकारी और समझ को परखा जाता है। अब यहां हम आपको उन टॉपिक्स की जानकारी दे रहे हैं जो कैट एग्जाम सिलेबस में शामिल किए गए हैं।
वर्बल और रीडिंग कंप्रेहेंसन
इस सेक्शन के नाम से ही पता चल रहा है कि इसमें किसी भी छात्र की मौखिक और पढऩे की समझ को परखा जाता है। इस सेक्शन में 5 पैसेज होते हैं जो करीब 500 शब्दों के होते हैं। तीन पैसेज में 6-6 सवाल होते है जबकि दो पैसेज में 3-3 सवाल होते हैं। इस सेक्शन में रिक्त स्थानों को भरना पैराग्राफ पूरा करना मुहावरे फैक्ट इंटफेयरेंस जजमेंट वाक्य बनाना एनालॉजिस पैरा जंबल वाक्यों का इस्तेमाल आदि प्रमुख टॉपिक हैं।
डेटा इंटरप्रेटेशन और लॉजिकल रीजनिंग
पूरे एग्जाम में यह सबसे कठिन सेक्शन माना जाता है। पेपर के इस सेक्शन पर ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है। इसे सेक्शन में कुल 32 सवाल होते हैं जिसमें 24 मल्टीपल चॉइस और 8 नॉन मल्टीपल चॉइस होते हैं।
मुख्य तौर पर इस सेक्शन में टेबल चार्ट, लाइन चार्ट, क्यूब आधारित सेट्स, बार ग्राफ ग्राफ का कॉम्बिनेशन, लाइन ग्राफ , पाइ चार्ट, केस लेट्स टेबल वेन डायग्राम, ब्लड रिलेशन, सिटिंग अरेंजमेंट्स सिलोगिज्म डेटा सफिशिएंसी, प्रपोजिशन डेटा अरेंजमेंट, पजल्स असंपशन, स्टेट्मेंट क्लॉक एंड कैलेंडर सेट्स पर सवाल पूछे जाते हैं।
इसमें से पहले वह सवाल हल करने की कोशिश करें जो सबसे आसान लगता है। कठिन सवाल पर ज्यादा समय नष्ट न करें।
क्वांटीटिव एप्टीट्यूड
इस सेक्शन में करीब 43 सवाल पूछे जाते हैं जिसमें छात्र की गणित पर पकड़ को हर ऐंगल से परखा जाता है।
दूसरे सेक्शन की तरह इसमें भी मल्टीपल चॉइस और नॉन मल्टीपल चॉइस सवालों की संख्या में फेरबदल होता रहता है। परसेंटेज बीजगणित एलीगेशन और मिक्सचर लाभ और हानि लघुगणक समय और काम सड्र्स एंड इंडिक्स असमानता रेखीय और चतुष्कोण समीकरण समयए गति और दूरी टेबल्स और केस व्यय और भागीदारी से जुड़े सवाल होते हैं।
ध्यान रहे कि कैट एग्जाम के सिलेबस में हर साल कुछ कुछ बदलाव होता रहता है। इसलिए इसके सिलेबस से हमेशा अपडेट रहें।
कैट में 10 अभ्यर्थियों के 100 परसेंटाइल, सभी लड़के और इंजीनियर
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आइआइएम) कोझिकोड ने कैट(कॉमन एंट्रेंस टेस्ट) 2019 के रिजल्ट में कुल 10 अभ्यर्थियों ने 100 परसेंटाइल हासिल किए। दिलचस्प बात यह है कि यह सभी लड़के हैं और इंजीनियरिंग या तकनीकी पृष्ठभूमि से हैं। इनमें भी छह अभ्यर्थी आइआइटी से, दो एनआइटी और एक प्रत्याशी जादवपुर विश्वद्यालय से है।
यह सभी आइआइएम के अलावा 115 अन्य गैर आइआइएम संस्थान अपने प्रबंधन कार्यक्रमों में कैट जरिए प्रवेश लेंगे। कैट 2019 में पिछले दस वर्षों के मुकाबले सबसे ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए। कैट यह परीक्षा देश के 156 शहरों में 376 केंद्र पर 24 नवंबर को दो शिफ्टों में हुई थी। टॉप दस अभ्यर्थियों में से चार महाराष्ट्र से हैं। बाकी छह में एक-एक अभ्यर्थी झारखंड, तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और उत्तराखंड से है।
कैट 2019 के लिए 15% सीटें अनुसूचित जाति के अभ्यर्थियों के लिए, 7.5% अनुसूचित जनजाति के, अन्य पिछड़ी जातियों के नॉन क्रीमी लेयर के लिए 27%, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए 10 %, अक्षम अभ्यर्थियों (पीडी) के लिए 5% सीटें आरक्षित हैं। इस तरह कुल 64.5% सीटें आरक्षित हैं।
इस वर्ष कुल मिलाकर दो लाख 9 हजार 26 अभ्यर्थियों कैट दिया। इसमें 75,004 लड़कियां और 1,34,917 लड़के और 5 ट्रांसजेंडर अभ्यर्थी थे। कैट 2019 के लिए कुल 85,810 महिला प्रत्याशियों ने आवेदन किया था। यह संख्या पिछले 6 वर्षों में सबसे ज्यादा रही। हालांकि इसके बावजूद यह कुल रजिस्ट्रेशन का 35% ही है। कैट 2018 के रिजल्ट में 99.98% के साथ एक लड़की देश में तीसरे स्थान पर रही थी।
विदेश में पढ़ाई के लिए होता है जीमैट
विश्व के 114 देशों के मैनेजमेंट पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए अंतरराष्ट्रीय परीक्षा जीमैट (जनरल मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट) आयोजित होती है। जीमैट का स्कोर कार्ड पांच साल तक मान्य रहता है। परीक्षा 800 अंकों की होती है। कम्प्यूटर बेस्ड परीक्षा में 700 से अधिक अंक लाने वाले को एमबीए के लिए अच्छे कॉलेज मिल जाते हैं। इसके लिए फीस 18 हजार रुपए होती है।