
NEET UG 2021 Date : राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा यानी मेडिकल यूजी नीट-2021 परीक्षा की तारीख घोषित कर दी है। परीक्षा 1 अगस्त को आयोजित की जाएगी। नीट 2021 एग्जाम ऑफलाइन मोड में पेन और पेपर आधारिक परीक्षा होगी।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ओर से NEET UG 2021 Exam -2021 के लिए ऑफिशियल वेबसाइट http://ntaneet.nic.inपर नोटिफिकेशन जारी किया है। नोटिफिकेशन में बताया कि MBBS, BDS, BAMS, BSMS, BUMS और BHMS कोर्सेस में एडमिशन के लिए NEET (UG) 2021, 1 अगस्त को होगी। परीक्षा हिंदी और इंग्लिश, असमिया, गुजराती, बंगाली, मराठी, ओडिया, कन्नड़, तमिल, तेलुगु और उर्दू समेत 11 भाषाओं में ऑफलाइन मोड में होगी। कैंडिडेट्स एप्लीकेशन फॉर्म भरते समय परीक्षा की भाषा चुन सकते हैं।
परीक्षा, सिलेबस, आयु के लिए पात्रता मानदंड, आरक्षण, सीटों का वर्गीकरण, परीक्षा शुल्क, परीक्षा के केंद्र, आदि के बारे में जल्द ही जानकारी दी जाएगी।
शैक्षिक योग्यता
कुल मिलाकर 50% अंकों के साथ 10+2 उत्तीर्ण की हो। एससी, एसटी, ओबीसी-एनसीएल श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए आवश्यक न्यूनतम अंक 40% हैं। 12वीं उत्तीर्ण के अलावा परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थी भी नीट दे सकते हैं।
भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान/जैव-प्रौद्योगिकी और अंग्रेजी की पढ़ाई की हो।
आयु सीमा
31 दिसंबर 2021 तक उम्मीदवारों की आयु कम से कम 17 वर्ष होनी चाहिए। अधिकतम आयु सीमा पर निर्णय अभी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा इस पर अपना निर्णय देने तक कोई ऊपरी आयु सीमा नहीं है।
एप्लीकेशन फॉर्म भरने के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट्स
उम्मीदवार की पासपोर्ट साइज फोटो स्कैन या ई-कॉपी (10Kb to 200Kb JPG/JPEG)
उम्मीदवार के हस्ताक्षर की स्कैन की गई कॉपी (4Kb to 30Kb) छात्र के बाएं हाथ के अंगूठे के निशान की स्कैन कॉपी (10Kb to 50Kb)
10वीं का सर्टिफिकेट (100Kb to 300Kb)
ऐसे करें आवेदन
नीट 2021 आवेदन पत्र जल्द ही जारी होने की उम्मीद है।
1.आधिकारिक वेबसाइट http://ntaneet.nic.in पर जाएं।
2. यहां होम पेज पर आपको रजिस्ट्रेशन लिंक मिलेगा। इस लिंक पर क्लिक करने के बाद नया पेज खुलेगा।
3. मांगी गई जरूरी डीटेल्स भरें और लॉग-इन क्रेडेंशियल जनरेट करें।
4 .फॉर्म भरने के बाद आपको फीस जमा करनी होगी।
5 इसके बाद अपना फॉर्म सबमिट कर दें।
विस्तार से जानें NEET UG 2021 Exam -2021 के बारे में
नीट का फुल फार्म National Eligibility cum Entrance Test है। यह एमबीबीएस, बीडीएस और आयुष पाठ्यक्रमों – बीएचएमएस, बीएएमएस, बीयूएमएस, बीवीएससी और एएच में एडमिशन लेने के लिए आयोजित होने वाली देश की एक मात्र यूजी लेवल के 15 मेडिकल स्नातक चिकित्सा प्रोग्रामों में प्रवेश के लिए ली जाने वाली परीक्षा है।
पिछले साल, परीक्षा के लिए कुल 15.97 लाख उम्मीदवारों ने पंजीकरण किया था। इनमें 8.8 लाख महिला और 7.16 लाख पुरुष उम्मीदवार थे। कुल पंजीकृत आवेदकों में से 13.66 लाख 3842 परीक्षा केंद्रों पर टेस्ट में बैठे और 7.71 लाख सफल रहे। नीट यूजी परीक्षा 2021 के जरिए 82950 एमबीबीएस, 26,949 बीडीएस, 52,720 आयुष और 525 पशु चिकित्सा सीटों पर प्रवेश मिलेगा। एम्स एमबीबीएस की 1899 और जिपमर एमबीबीएस 249 सीटों में प्रवेश भी नीट 2021 परीक्षा के माध्यम से मिलेगा। नीट 2021 के जरिये 542 मेडिकल, 313 डेंटल, 15 एम्स, 2 जिपमर, 914 आयुष, 47 बीवीएससी ऐंड एएच संस्थानों में प्रवेश दिया जाएगा।
नीट स्कोर का प्रयोग यहां प्रवेश के लिए किया जाएगा
- 15% ऑल इंडिया कोटा मेडिकल सीट
- 85% स्टेट कोटा मेडिकल सीट
- सेंट्रल और डीम्ड यूनिवर्सिटी
- प्राइवेट संस्थानों के स्टेट, मैनेजमेंट, एनआरआई कोटा सीटों में
- सेंट्रल पूल कोटा सीट
- प्राइवेट अनएडेड, एडेड माइनॉरिटी और नॉनएडेड माइनॉरिटी मेडिकल कॉलेज
- विदेशी मेडिकल संस्थान से एमबीबीएस और बीडीएस की पढ़ाई के लिए अनिवार्य योग्यता
नीट पैटर्न
नीट 2021 से जुड़ी नवीनतम खबरों के मुताबिक नीट 2021 सिलेबस (NEET 2021 syllabus) अपरिवर्तित रहेगा। नीट 2021 को कुल 720 अंकों के लिए ऑफलाइन (पेन और पेपर) आधारित पेपर है। इसमें फिजिक्स और केमिस्ट्री सेक्शन में 180 अंक हैं और बायोलॉजी, जूलॉजी और बॉटनी सेक्शन में 360 अंक अलॉट किए जाते हैं। परीक्षा में कुल 180 मिनट मिलते हैं।
मार्किंग योजना
नीट पेपर में प्रत्येक प्रश्न में चार अंक होते हैं। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए एक अंक काटा जाता है।
फिलहाल साल में एक बार ही होगी
इससे पहले शिक्षा सचिव Amit Khare ने स्पष्ट किया था कि शिक्षा मंत्रालय चाहता था कि इंजीनियरिंग की तरह मेडिकल प्रवेश परीक्षा भी साल में एक से ज्यादा बार हो और इसे पेन-पेपर मोड से हटाकर कंप्यूटर मोड पर करवाया जाए लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ समय पर सहमति नहीं बन पाई। स्वास्थ्य मंत्रालय का मानना है कि इस तरह के संक्षिप्त नोटिस के साथ परीक्षा में बदलाव करना छात्रों के लिए अनुचित होगा और परीक्षा आयोजित करने में देरी नए सत्र को प्रभावित करेगी।
जेईई मेन साल में चार बार किए जाने और करीब दूसरे अटेंप्ट में 28 फीसदी स्टूडेंट्स का स्कोर बढ़ता देख (2020 रिजल्ट के आधार पर) नीट यूजी के लिए भी ऐसी मांग बढ़ रही है। उच्च शिक्षा सचिव का भी कहना है कि हमारे विचार से नीट साल में एक से ज्यादा बार होना चाहिए। ऐसा नहीं होने से कई बार स्टूडेंट्स नर्वस होते हैं और परीक्षा में एकाग्र नहीं हो पाते। एक से ज्यादा बार परीक्षा होने पर स्टूडेंट्स का साल खराब होने से बचेगा। अगर परीक्षा की फ्रीक्वेंसी बढ़ेगी तो इसे कंप्यूटर मोड पर शिफ्ट किया जाएगा। क्योंकि पेन-पेपर पर यह संभव नहीं हो सकेगा।
खरे ने कहा कि कंप्यूटर पर नीट कराने की योजना बनाने के लिए हमें कई बार और हितधारकों के साथ परामर्श की आवश्यकता है क्योंकि जेईई और नीट के बीच अंतर है। जेईई सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों के लिए अनिवार्य नहीं है जबकि नीट सभी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि यह भी मान लें कि एक जीव विज्ञान का छात्र कंप्यूटर के साथ सहज नहीं है, उन्हें अभ्यास करने और सीखने की आवश्यकता है। यही कारण है कि किसी भी बदलाव के लिए, हम छह से आठ महीने का नोटिस देंगे।
NEET UG 2021 exam pattern तो बदलेगा पर इस साल नहीं
उच्च शिक्षा के सचिव Amit Khare ने यह संकेत तो दे दिए कि नीट का पैटर्न बदला जाएगा। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि शॉर्ट नोटिस पर पैटर्न में बदलाव करना केंडिडेट्स के साथ अन्याय होगा। स्टूडेंट्स को कम से कम 6 से 8 महीने पहले पैटर्न में बदलाव की सूचना दी जाएगी।
AIIMS और JIPMER में भी NEET के जरिए एडमिशन
पिछले साल से, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) और जवाहरलाल नेहरू आयुर्विज्ञान संस्थान और अनुसंधान संस्थान (JIPMER) के MBBS कोर्सेस में भी एडमिशन NEET के जरिए होना शुरू हो गया है। इसके अलावा, पांच अतिरिक्त सीटें कश्मीरी प्रवासियों के बच्चों के साथ ही कश्मीरी पंडितों या हिंदू परिवारों के लिए आरक्षित हैं। कैंडिडेट्स को कट-ऑफ में 10 प्रतिशत तक छूट मिलेगी, साथ ही उनके लिए प्रत्येक पाठ्यक्रम में सीटों की संख्या 5 प्रतिशत तक बढ़ाई जाएगी।
नीट 2021 की तैयारी के लिए टिप्स
• सिलेबस और एक्जाम पैटर्न को अच्छी तरह समझ लें।
• तैयारी के लिए एनसीईआरटी बुक्स के साथ स्टंडर्ड रायटर्स की श्रेष्ठ किताबों की सहायता लें।
• किसी टॉपिक को समझ-समझ कर आगे बढ़ें दूसरे शब्दों में कहें तो चैप्टर खत्म होने के बाद उसका तब तक रिवीजन करें जब तक कि कांसेप्ट ठीक तरह से समझ में ना जाए।
• पढ़ाई के साथ हमेशा शार्ट नोट्स बनाते रहें। इससे रिवीजन के समय मदद मिलेगी।
• अधिक से अधिक सैंपल पेपर्स, प्रीवियस ईयर पेपर्स हल करें। मॉक टेस्ट दें। अभ्यर्थियों को एनटीए की ओर से जारी नेशनल टेस्ट अभ्यास ऐप डाउनलोड कर अभ्यास करना चाहिए। ये मॉक टेस्ट नवीनतम सिलेबस और परीक्षा पैटर्न के आधार पर तैयार किए जाते हैं।