
Indian Coast Guard यानी भारतीय तटरक्षक बल में जवानों के लिए तटरक्षक जहाज पर जीवन जितना आकर्षक होता है, उतना ही चुनौतीपूर्ण भी है।
तटरक्षक देश के समुद्र तट और समुद्री हितों की रक्षा करते हैं और समुद्री कानून को लागू करते हैं। यह भारतीय नौसेना और मत्स्य पालन विभाग के साथ मिलकर काम करता है। समुद्र पर अप्रत्याशित चुनौतियों का सामना करना, समुद्र को दुश्मनों से बचाना कोई आसान काम नहीं है। यदि आप रोमांच, जोखिम और कठिनाइयों से भरे जीवन की तलाश में हैं, तो भारतीय तटरक्षक में शामिल होना आपके लिए एक अच्छा करियर विकल्प है।
प्रभावी नियंत्रण के लिए, देश को 5 तट रक्षक क्षेत्रों में बांटा गया है- उत्तर पश्चिम, पश्चिम, पूर्व, उत्तर पूर्व और अंडमान और निकोबार। महानिरीक्षक के रैंक के अधिकारी इन क्षेत्रों का नेतृत्व करते हैं। इनका कार्य मुख्य रूप से हमारे तट की सुरक्षा और संरक्षण, मछुवारों की सुरक्षा तथा समुद्र में संकट के समय उनकी सहायता करना है। हमारे समुद्री पर्यावरण का संरक्षण और परिरक्षण करना, तस्करी के खिलाïफ अभियानों में सीमा शुल्क विभाग तथा अन्य प्राधिकारियों की सहायता करना, भारतीय समुद्री अधिनियमों का प्रवर्तन करना एवं समुद्र में जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक उपाय करना है।
तटरक्षक बल का मिशन
ईईजेड सुरक्षा, तटीय सुरक्षा, अपतटीय सुरक्षा, समुद्री सुरक्षा, समुद्री पर्यावरण संरक्षण, वैज्ञानिक सहायता, युद्ध में राष्ट्रीय रक्षा।
भारतीय तटरक्षक में करियर के अवसर
तटरक्षक भर्ती के लिए राष्ट्रीय दैनिक और रोजगार समाचार में नियमित रूप से विज्ञापन आते हैं। उम्मीदवारों को लिखित परीक्षा और साक्षात्कार को पास करना होगा और फिर दिल्ली में तटरक्षक चयन बोर्ड-सीजीएसबी-के समक्ष उपस्थित होना होगा।
पायलट
भारतीय तट रक्षक अपने क्षेत्र की निगरानी के लिए एयर स्टेशनों से निश्चित विंग विमान संचालित करता है। एक पायलट संचालित फिक्स्ड विंग विमान के रूप में हेलीकॉप्टर से समुद्र की स्थानीय निगरानी करता है। इसके अतिरिक्त स्थानीय निगरानी प्रदान करने और समुद्र में खोज और बचाव मिशन करने के लिए कोस्ट गार्ड ऑफ शोर पेट्रोल वेसल पर हेलीकॉप्टर लगाए गए हैं।
पायलट शाखा के एक अधिकारी के रूप में, आपके पास भारत के तटों के साथ-साथ जहाजों के साथ-साथ तटवर्ती वायु स्टेशनों में भी सेवा करने का अवसर होगा। समुद्र में इन एयरक्राफ्ट्स को संचालित करना चुनौतीपूर्ण कार्य है और आपके विशेष कौशल को सामने लाएगा। पायलट शाखा के एक अधिकारी के रूप में आपको भारत के तटों के साथ-साथ जहाजो और एयर स्टेशनों दोनों में सेवा करने का अवसर प्राप्त होगा।
जनरल ड्यूटी पायलट के अभ्यर्थी की आयु 19 से 27 वर्ष तक होनी चाहिए।
असिस्टेंट कमांडेंट
असिस्टेंट कमांडेंट के लिए शैक्षिक योग्यता के अंतर्गत आवेदक के पास फिजिक्स और मैथ्स के साथ बीएससी की डिग्री होनी चाहिएए। असिस्टेंट कमांडेंट की नियुक्तियां प्रत्येक वर्ष होती हैं। पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी इसमें सम्मिलित हो सकती है।
असिस्टेंट कमांडेंट के अंतर्गत टेक्निकल में कार्य करनें के लिए नवल आर्किटेक्चर, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रॉनिक मेरीन अथवा डिजाइनिंग इंजीनियरिंग में से किसी एक में बैचलर डिग्री होनी चाहिए। असिस्टेंट कमांडेंट-जनरल ड्यूटी-की योग्यता भी बैचलर है जबकि बारहवीं में मैथ्स और फिजिक्स का होना चाहिए।
असिस्टेंट कमांडेंट के अभ्यर्थी की आयु 19 से 27 वर्ष तक होनी चाहिए।
भर्ती परीक्षा
अभ्यर्थियों का चयन लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के आधार पर किया जाता है। लिखित परीक्षा में शार्ट लिस्टेड अभ्यर्थियों को मेंटल एबिलिटी टेस्ट के लिए बुलाया जाता है। इसके बाद पिर परसेप्शन-पीपी और डिस्कशन टेस्ट-डीटी के साथ ही मेडिकल एबिलिटी टेस्ट से भी गुजरना होता है। लिखित परीक्षा में हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही माध्यमों में प्रश्न पूछे जाते हैं।
अभ्यर्थियों को साइकोलॉजिकल टेस्ट, ग्रुप डिस्कशन और इंटरव्यू का भी सामना करना पड़ता है। चयनित अभ्यर्थियों को मेडिकल एग्जाम के लिए संबद्ध अस्पताल में भेजा जाता है जबकि जीडी-पायलट व नेवीगेटर को दिल्ली-बेंगलुरु के एयर फोर्स सेंट्रल मेडिकल एस्टैब्लिशमेंट-एएफसीएमइ भेजा जाता है।
नाविक और यांत्रिक (Navik GD / DB and Yantrik Exam)
कम शैक्षणिक योग्यता वाले अभ्यर्थी भारतीय तटरक्षक के साथ नाविक और यांत्रिक के रूप में सम्मिलित हो सकते हैं।
शैक्षणिक योग्यता
यांत्रिक के रूप में प्रवेश के लिए शैक्षणिक योग्यता दसवीं अथवा डिप्लोमा-इलेक्ट्रिक, एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स होनी चाहिए। नाविक-जनरल ड्यूटी-के रूप में आवेदन करने के लिए शैक्षणिक योग्यता फिजिक्स और मैथ्स के साथ 12वीं-कम से कम 60 प्रतिशत-निर्धारित है।
आयु सीमा
18 से 22 वर्ष
चिकित्सा मानक
ऊंचाई . न्यूनतम ऊंचाई 157 सेमी, असम, नागालैंड, मिजोरम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, त्रिपुरा, गढ़वाल, सिक्किम और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अधिवास रखने वाले उम्मीदवारों के लिए ऊंचाई मानकों को 157 सेंटीमीटर से 05 सेंटीमीटर कम किया जा सकता है। लक्षद्वीप के अधिवास वाले उम्मीदवारों के लिए ऊंचाई मानकों को 02 सेंटीमीटर तक कम किया जा सकता है।
छाती-अच्छी तरह से आनुपातिक होना चाहिए। न्यूनतम विस्तार 5 सेमी।
वजन-ऊंचाई और उम्र के अनुपात में ़10 प्रतिशत स्वीकार्य।
श्रवण. सामान्य
चार स्टेज में होगी चयन प्रक्रिया
इंडियन कोस्ट गार्ड में विभिन्न नविक (सामान्य ड्यूटी और घरेलू शाखा) और यांत्रिक (इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल) के पद पर भर्ती के लिए 4 स्टेज में परीक्षा होमी है। स्टेज-1 में ऑनलाइन सीबीटी, स्टेज-2 में फिजिकल फिटनेस टेस्ट, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन, री-असेस्मेंट और मेडिकल एग्जामिनेशन शामिल हैं। स्टेज.3 में स्टेज.1 और स्टेज.2 के आधार पर, एक ऑल इंडिया मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी। जबकि स्टेज-4 में, उम्मीदवारों को सभी मूल दस्तावेजों को जमा करना होगा।
अधिकारी जनरल ड्यूटी शाखा
जनरल ड्यूटी ब्रांच के अधिकारियों के रूप में भारतीय तटरक्षक बल की सबसे महत्वपूर्ण शाखा जहाजों की कमान संभालने वाले हैं। जनरल ड्यूटी ब्रांच के एक अधिकारी के रूप में हथियार और अन्य उपकरण संचालित करने के की जिम्मेदारी भी इन्हें मिलती है। युद्ध के समय शांति और जहाज की सुरक्षा एवं नियंत्रण अधिकारी की जिम्मेदारी है।
तकनीकी शाखा
तकनीकी शाखा के हिस्से के रूप में, आप सभी उपकरणों के रखरखाव के लिए जिम्मेदार होंगे और तटरक्षक की मरम्मत संगठनों में काम करेंगे। एक इंजीनियर के रूप में आप सभी नवीनतम तकनीक के साथ काम करेंगे जो आपकी व्यक्तिगत वृद्धि में भी मदद करेगा।
सहायक स्टोर कीपर
इस पद पर चयनित अभ्यर्थी को स्टोर से सम्बंधित कार्य करना होता है। स्टोर कीपर की भूमिका भंडारण विभाग में आवश्यक सामग्रियों से जुड़े कार्यों के संचालन के संदर्भ में बहुत महत्वपूर्ण होती है।
महिलाओं के लिए अवसर
तटरक्षक बल में महिलाओं को केवल जनरल ड्यूटी-पायलट, नेविगेशन और जनरल ड्यूटी-सीपीएल होल्डर्स, शॉर्ट सर्विस एंट्री शाखाओं में अधिकारी के रूप में भर्ती किया जाता है। चयन प्रक्रिया उनके पुरुष समकक्षों की तरह ही है।