
चार्टर्ड अकाउंटेंट यानि सीए का कार्य चुनौतीपूर्ण व सम्मानजनक है। दुनिया में कोई भी ऐसी कंपनी या इंडस्ट्री नहीं, जहां सीए की जरूरत नहीं पड़ती। कम्पनी अधिनियम के अनुसार प्रत्येक कम्पनी को साल में एक बार कानूनी रूप से अंकेक्षण अर्थात ऑडिट कराना आवश्यक है, जो सीए द्वारा किया जाता है। सीए सभी व्यावसायिक संगठन, सरकारी या निजी बैंक, बीमा कम्पनी आदि की ऑडिट के अलावा कॉरपोरेट क्षेत्र को बिजनेस एडवाइज देने, प्रोजेक्ट प्लानिंग का कार्य भी करते हैं। सीए प्रोफेशनल्स के रूप में देश-विदेश की कंपनियों में फाइनेंस, अकाउंट्स एवं टैक्स डिपार्टमेंट में फाइनेंस मैनेजर, अकाउंट्स मैनेजर, बिजनेस एनालिस्ट के अलावा चेयरमैन, मैनेजिंग डायरेक्टर, सीईओ, फाइनेंस डायरेक्टर, फाइनेंशियल कंट्रोलर, चीफ अकाउंटेंट, चीफ इंटरनल ऑडिटर जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य करते हैं।
अब चार साल में बन सकेंगे सीए
द इंटीट्यूट आफ चार्टर्ड अकाउंटेंट आफ इंडिया-आइसीएआइ के नए नियमों के अनुसार विद्यार्थी अब 12वीं के बजाय 10वीं के तुरंत बाद सीए फाउंडेशन में रजिस्ट्रेशन करवा कर पढ़ाई चालू कर सकेंगे। इससे फायदा यह होगा कि पहले जहां 12वीं के बाद रजिस्ट्रेशन होने से तैयारी देरी से शुरू हो पाती थी और छह माह बाद ही परीक्षा आ जाने से तैयारी का समय भी कम मिलता था। अब विद्यार्थी 10वीं के बाद ही सीए फाउंडेशन की तैयारी शुरू कर सकेंगे यानि जिस तरह आइआइटी, नीट, क्लेट आदि की पढ़ाई 11वीं 12वीं के साथ होती है, उसी तरह सीए की पढ़ाई भी होगी। सीए फाउंडेशन का सिलेबस करीब 80 फीसदी तक 11वीं और 12वीं के समान होने के कारण एक साथ तैयारी जहां इन दोनों कक्षाओं का पर्सेंटेज बढ़ाने में भी मदद करेगी, वहीं केंडिटेड के पास सीए फाउंडेशन कोर्स में बैठने के लिए खुद को अपडेट और जरूरी तकनीकी ज्ञान हासिल करने के लिए पर्याप्त समय होगा। विद्यार्थी अब बारहवीं के डेढ़ माह बाद ही एक्जाम दे सकेंगे और छह माह पहले यानि चार साल में ही सीए बन जाएंगे।
गौरतलब है कि पहले सीए बनने में पांच साल लगते थे। 2018 में फाउंडेशन आ गया और सीए बनने की अवधि साढ़े चार साल हो गई। नई व्यवस्था के तहत अब सीए कोर्स करने के लिए अब 12वीं पास करने का इंतजार नहीं करना होगा। पहले सीए फाउंडेशन कोर्स में पंजीकरण करने के लिए 12वीं कक्षा पास करना अनिवार्य था। अब छात्रों को 10वीं पास करने के बाद ही फाउंडेशन कोर्स में पंजीकरण के लिए अनुमति मिल जाएगी। हालांकि, दसवीं के बाद छात्रों का फाउंडेशन कोर्स में पंजीकरण प्रोविजनली होगा जिसे 12वीं कक्षा पास करने के बाद नियमित किया जाएगा।
सीए कोर्स की फीस
अन्य प्रोफेशनल कोर्सेज करने की तुलना में सीए कोर्स की फीस काफी कम होती है। सीए फाउंडेशन में रजिट्रेशन फीस 9000, सीए इंटरमीडिएट की11000 और फाइनल की रजिट्रेशन फीस 36000 है। अन्य शुल्क मिलाकर सीए कोर्स पर करीब एक लाख रुपए का खर्च होता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इसकी फीस में स्टडी मेटेरियल भी शामिल होते हैं। आइसीएआइ छात्रों को मुफ्त ऑनलाइन कक्षाएं भी प्रदान करता है जिसे कभी भी, कहीं भी एक्सेस किया जा सकता है।
चार्टर्ड अकाउंटेंट का वेतन
चार्टर्ड अकाउंटेंट को जूनियर लेवल पर 15 से 20 हजार रुपए प्रतिमाह तथा दो या तीन वर्ष का अनुभव होने पर वेतन लगभग 55 से 60 हजार रुपए प्रतिमाह होता है। अनुभव बढऩे के साथ-साथ वेतन में निरंतर वृद्धि होती रहती है। सीनियर सीए प्रोफेशनल प्रति माह दो से तीन लाख रुपए कमा सकते हैं।