
Career in Journalism अगर आप की दिलचस्पी समाचार, दुनिया में घट रही घटनाओं और लिखने में है तो आप जर्नलिज्म में करियर बना सकते हैं ।
नई-नई तकनीकों के कारण समय के साथ पत्रकारिता ही नहीं जनसंचार यानी मास कम्यूनिकेशन के क्षेत्र में काफी बदलाव आ चुके है। कभी पत्रकारिता का दायरा प्रिंट-अख़बार, पत्रिकाओं तक था, फिर रेडियो-टेलीविजन आए। अब प्रिंट, रेडियो और टीवी के बाद पत्रकारिता का भविष्य वेब पर आ गया है।
प्रिंट जर्नलिज्म पत्रकारिता का सबसे पुराना फील्ड है जो भारत में अभी भी लोकप्रिय है। प्रिंट में मुख्य रूप से मैग्जीन, अखबार के लिए काम कर सकते हैं । देश के कई भाषाओं में प्रिंट जर्नलिज्म के मौके उपलब्ध हैं।
इलेक्ट्रॉनिक जर्नलिज्म पत्रकारिता को अक्षरों की दुनिया से निकालकर विजुअल की दुनिया में ले आई। ऑडियो, वीडियो, टीवी, रेडियो के माध्यम से यह दूर-दराज के क्षेत्र में भी लोकप्रिय होने लगी। सैटेलाइट टीवी, केबल सर्विस और नई तकनीकों के माध्यम से पत्रकारिता का यह सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म बन चुकी है।
वेब पत्रकारिता के प्लेटफॉर्म ने रीडर, विजिटर्स को फीडबैक की सुविधा दी, यानी आप न्यूज मेकर से सीधे सवाल पूछ सकते हैं। स्मार्ट फोन के कारण यह दिन-प्रतिदिन आगे बढ़ रही है। पत्रकारिता के भविष्य के रूप में इस माध्यम को स्थापित किया जा रहा है ।
पत्रकार कैसे बनें-पत्रकार बनने के लिए जरुरी योग्यता
जर्नलिज्म के फील्ड में करियर बनाने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है-आपका मानसिक रूप से मजबूत होना यानी किसी भी हाल में खुद पर विश्वास कर काम पर ध्यान देना। आपके विचारों में निष्पक्षता होनी चाहिए। आपकी सोच किसी भी विषय पर एक विश्लेषक की तरह हो। वहीं, जर्नलिस्ट होने के लिए बेहतरीन कम्यूनिकेशन स्किल्स चाहिए। साथ समाचारों से खुद को अपडेट रखना होता है। भाषा पर पकड़ जरूरी है। यह सबसे ज्यादा जरूरी होता है। वहीं, जर्नलिस्ट होने के लिए बेहतरीन कम्यूनिकेशन स्किल्स के साथ समाचारों से खुद को अपडेट रखना जर्नलिस्ट के लिए जरुरी है।
नौकरी के अवसर
पत्रकारिता और जनसंचार की पढ़ाई करने के बाद आप न्यूज़पेपर, पत्रिकाओं में जर्नलिस्ट के तौर पर सेवाएं दे सकते हैं।आपको न्यूज एजेंसी, न्यूज वेबसाइट, पोर्टल, प्रोडक्शन हाउस, प्राइवेट और सरकारी न्यूज चैनल, प्रसार भारती, पब्लिकेशन डिजाइन, फिल्म मेकिंग में रोजगार से अवसर मिलते हैं। आप चाहें तो फ्रीलान्सिंग भी कर सकते हैं।
पत्रकार के रूप में आपको फील्ड और डेस्क दोनों पर काम करना पड़ सकता है। फील्ड वर्क में रिपोर्टर और रिसर्च डिपार्टमेंट का काम होता है। फील्ड वर्क में वे लोग ज्यादा अच्छा कर सकते हैं जिन्हें सोसाइटी की समझ है और संपर्क सूत्र अच्छे हैं। एक रिपोर्टर का प्रमुख काम होता है प्रेस कॉन्फ्रेंस में जाना, इंटरव्यू लेना, किसी घटना की जानकारी इकट्ठा करना। रिपोर्टर में न्यूज़ सूंघने,सोर्स बनाने की योग्यता व विषम परिस्थितियों में काम करने की क्षमता के साथ टाइपिंग और भाषा पर अच्छी पकड़ जरुरी है।
अगर आपकी दिलचस्पी फोटोग्राफी में है तो आपको फील्ड में कैमरामैन का काम मिल सकता है । कैमरामैन का काम सिर्फ फोटो खींचना नहीं होता है बल्कि ऐसे फोटो लाना होता है जो न्यूज के साथ काम आ सके।
वहीं, डेस्क पर एडिटिंग, न्यूज रीराइटिंग का काम मिलता है। इसके लिए आपके पास न्यूज़ एडिटिंग और भाषा ज्ञान, विश्लेषण करने की क्षमता, कंप्यूटर नॉलेज और समय का पाबंदी जरुरी है।
सैलरी
एक आम पत्रकार की शुरुआती सैलेरी 8 हजार से 20 हजार रुपए प्रतिमाह तक हो सकती है। यह कैंडिडेट के टैलेंट पर निर्भर करती है। अनुभव होने के बाद आपको लाखों रुपए सैलेरी मिल सकती है।
जर्नलिज्म कोर्स के लिए योग्यता
पत्रकारिता में करियर बनाने के लिए किसी भी स्ट्रीम से 12वीं पास होना जरूरी है। इसके बाद आप चाहें तो डिप्लोमा, सर्टिफिकेट या डिग्री कोर्स कर सकते हैं। भारत के कई बड़े कॉलेजों में डिग्री लेवल पर मास मीडिया की पढ़ाई होती है।
वैसे आप ग्रेजुएशन के बाद पत्रकारिता की पढ़ाई करते हैं तो यह आपके लिए फायदेमंद होगी। ग्रेजुएशन के बाद पीजी डिप्लोमा इन मास कम्यूनिकेशन, डिप्लोमा इन पब्लिक रिलेशन कर सकते हैं। वहीं, सीधे दो वर्षीय पीजी डिग्री भी हासिल कर सकते हैं। वहीं, पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद आप सीधे पीएचडी कर सकते ।
जर्नलिस्ट बनने के लिए कोर्स
डिप्लोमा
डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन
डिप्लोमा इन जर्नलिज्म
डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन
डिप्लोमा इन ब्रॉडकास्ट जर्नलिज्म
डिप्लोमा इन वेब मीडिया या आनलाइन मीडिया
डिप्लोमा इन इलेक्ट्रॉनिक मीडिया
डिप्लोमा इन प्रिंट मीडिया
डिग्री कोर्स
बैचलर इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन
बैचलर इन ब्रॉडकास्ट जर्नलिज्म
बीए इन मास कम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म
बीए इन जर्नलिज्म
बीए इन मास कम्युनिकेशन
बीएससी इन मास कम्युनिकेशन
एडवरटाइजिंग एंड जर्नलिज्म
पीजी डिप्लोमा कोर्स
पीजी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन
पीजी डिप्लोमा इन ब्रॉडकास्ट जर्नलिज्म
पीजी डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म
पीजी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म
पीजी डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन
पीजी डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन
एडवरटाइजिंग एंड जर्नलिज्म
मास्टर डिग्री कोर्स
मास्टर इन मास कम्युनिकेशन
मास्टर इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन
एमए इन मास कम्युनिकेशन
एमएससी मास कम्युनिकेशन
पत्रकारिता में मास्टर डिग्री के लिए कुछ कॉलेज में एडमिशन के लिए जर्नलिज्म में बैचलर डिग्री मांगी जाती है। वहीं कुछ यूनिवर्सिटी और कॉलेज में बीए या बीएससी के बाद भी मास्टर डिग्री कोर्स कर सकते हैं। मास्टर डिग्री करने के बाद आप पीएचडी करके टीचिंग के फील्ड में जा सकते हैं।
पत्रकारिता कोर्स कहाँ से करें
अगर आपको अपना उज्ज्वल भविष्य बनाना है तो आप पत्रकारिता कोर्स किसी अच्छे और जाने माने कॉलेज से करना चाहिए। क्योंकि आज के समय मे बहुत से ऐसे पत्रकारिता के कॉलेज है जहाँ पर जर्नलिज्म कोर्स कराये जाते हैं, लेकिन उनमें न तो इतनी फैसिलिटी होती है कि वे स्टूडेंट्स को प्रैक्टिकली जानकारी दे पाएं, न ही उनको नौकरी के लायक बना पाते है। इसलिए किसी भी कॉलेज में एडमिशन लेने से पहले आप वहां पर फैसिलिटी और कैंपस प्लेसमेंट के बारे में जरूर जानें।
अगर आपको अच्छा पत्रकार बनना है तो आप किसी गवर्नमेंट कॉलेज या यूनिवर्सिटी से मास कम्युनिकेशन का कोर्स करें या फिर बहुत से न्यूज़ चेनल्स के भी मीडिया कॉलेज है।आप वहां से भी इस कोर्स को कर सकते हैं क्योकि इन जगहों पर आपको प्रैक्टिकल और इंडस्ट्री का नॉलेज भी मिलेगा। जो आगे आपको नौकरी पाने में मदद करेगा।
अधिकांश लोग इन दिनों में जर्नलिज्म कोर्स करके बेरोजगार घूम रहे है। इसका कारण यही है कि उनमें पत्रकारिता का नॉलेज उस तरह का नही है, जिस तरह की अच्छे पत्रकार बनने के लिए आवश्यक होती है।इसलिए अच्छे कॉलेज से ही जर्नलिज्म का कोर्स करें।
बेस्ट जर्नलिज्म कॉलेज
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन, दिल्ली
माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी, भोपाल
हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय, जयपुर
भारतीय विद्या भवन, दिल्ली
जामिया मिलिया इस्लामिया, दिल्ली
दिल्ली यूनिवर्सिटी
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी
इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, दिल्ली
गुरुनानक देव यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़
चंडीगड़ यूनिवर्सिटी
गुरु घासीदास यूनिवर्सिटी, बिलासपुर छत्तीसगढ़
सिम्बोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन, पुणे
व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल, मुंबई
छत्रपति शाहूजी महाराज यूनिवर्सिटी, कानपुर
लखनऊ यूनिवर्सिटी
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी
जागरण इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन, दिल्ली
बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी, झांसी
लेडी श्रीराम कॉलेज, नई दिल्ली
एशियन एकेडमी ऑफ फ़िल्म एंड टेलीविजन, नोयडा
मणिपाल यूनिवर्सिटी, मणिपाल
हैदराबाद यूनिवर्सिटी
मनोरमा स्कूल ऑफ कम्युनिकेशन, केरल
गुरुनानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर
महाराजा शायजीराव यूनिवर्सिटी, बड़ोदरा
कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी
आंध्र यूनिवर्सिटी
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी
इनके अलावा भी अन्य अच्छे गवर्नमेंट और प्राइवेट मीडिया कॉलेज हैं, जहाँ से आप जर्नलिज्म कोर्स करके पत्रकारिता में कदम रख सकते हैं।
फीस
पत्रकारिता (Journalism) कोर्स की फीस-अगर आप जर्नलिज्म कोर्स की सरकरीं कॉलेज या यूनिवर्सिटी से करते है, तो इसकी फीस बहुत ही कम होती है। ये फीस 8 हजार से 15 हजार रुपये प्रतिवर्ष के बीच हो सकती है। प्राइवेट कॉलेज में इस कोर्स की फीस 50 हजार से लेकर 1.20 लाख प्रतिवर्ष भी हो सकती है। आगर आप ज्यादा फीस देने में सक्षम नही है, तो आपके लिए बेहतर होगा कि आप जर्नलिज्म कोर्स को सरकरीं कॉलेज से करें।
जर्नलिज्म कोर्स में एडमिशन कैसे मिलता है?
सरकरीं कॉलेज में एडमिसन प्रवेश परीक्षा के माध्यम से होता है। वहीं कुछ सरकारी यूनिवर्सिटी में मेरिट के आधार पर भी एडमिशन मिल जाता है। प्राइवेट संस्थानों में प्रवेश डायरेक्ट भी हो जाता है।
नौकरी कैसे ढूढे
अक्सर लोग पत्रकारिता का कोर्स करने के बाद ये नही समझ पाते है कि उनको नौकरी कैसे मिलेगी और नौकरी के लिए कहाँ- कहाँ अप्लाई करना चाहिए। जर्नलिज्म कोर्स करने के बाद आपको किसी अच्छे मीडिया हाउस में इंटर्नशिप करनी चाहिए।अगर आपको इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में जाना है तो आप किसी न्यूज़ चैनल में इंटर्नशिप करें। अगर आप प्रिंट मीडिया में नौकरी करना चाहते है, तो आप किसी अच्छे न्यूज़पेपर में इंटर्नशिप करें। अगर आप वेब मीडिया में कैरियर बनाना चाहते हैं, तो आप किसी न्यूज़ पोर्टल में इंटर्नशिप करें। इंटर्नशिप हमेशा अच्छे मीडिया हाउस में ही करें और मेहनत और ईमानदारी से काम करें। वो इसलिए अगर आप अच्छा काम करते हैं, तो आपको इंटर्नशिप के दौरान वही मीडिया हाउस अपने यहां नौकरी दे देते हैं। इसलिए मेहनत और लगन से अपने काम मे मन लगाएं।
करियर ऑप्शन
न्यूज़पेपर, पत्र- पत्रिकाओं में संवाददाता
न्यूज़पेपर, पत्र- पत्रिकाओं में संपादक न्यूज़पेपर में फ़ोटो जॉर्नलिस्ट
न्यूज चैनल में न्यूज़ रिपोर्टर
न्यूज़ चैनल में एंकर
न्यूज़ चैनल में वीडियो एडिटर
न्यूज़ चैनल में कैमरामैन
न्यूज़ चैनल, वेबसाइट में कंटेंट राइटर
वेब पोर्टल में कंटेंट राइटर & एडिटर
क्या न करें
पत्रकारिता करना आसान नही है। एक पत्रकार का काम बहुत ही चुनौतीपूर्ण होता है। उसको सरकार के काम- काज पर भी नजर रखती है। टेररिस्ट अटैक, बाढ़, तूफान,आदि की रिपोर्टिंग भी करनी होती है। मीडिया की चकाचौंध को देखते हुए कई लोग कुछ लोग बाहरी दिखावा जैसे पत्रकार के रुतबे, उनकी समाज में पहचान, इज्जत और ग्लैमर देखकर पत्रकार बनने की सोचते हैं। लेकिन फिर बाद में असफलता ही हाथ लगती है। अगर आप इस क्षेत्र में ग्लैमर को देखकर आ रहे हैं, तो आप ऐसा बिल्कुल न करें। अगर आपके अंदर पत्रकारिता के प्रति जुनून है तभी इस फील्ड में कदम रखें । नही तो आपका पैसा और समय दोनों बर्बाद होगा।