
अगर आपको अलग-अलग प्रकार के डिज़ाइन बनाना पसंद है और आप की रुचि डिजाइनिंग क्षेत्र में जाने की है तो ज्वेलरी डिजाइनिंग आपके लिए बेहतर करियर साबित हो सकता है।
बेहतर काम करने का मौका और अच्छी सैलरी
गहनों की दुनिया बदल रही है। यहां इतने बेहतरीन मौके शायद ही कभी रहे हों। गहनों की रिटेल ट्रेडिंग के बढ़ते कारोबार ने इस क्षेत्र में करिअर बनाने के इच्छुकों के लिए विकल्पों के नए रास्ते खोल दिए हैं। यहां अच्छी कमाई भी और क्रिएटिविटी भी है। सिर्फ भारत में इसका मार्केट 65,000 करोड़ से ज्यादा है। पर कुछ समय पहले तक जहां फोकस सिर्फ सोने से बने गहनों पर ही होता था, अब ज्वेलरी के क्षेत्र के महारथी तनिष्क, गीतांजलि, स्वरोस्की, डि-बियर्स और डि-डमास जैसी कंपनियों के रिटेल ट्रेंडिंग में आने के बाद अब रत्न और स्टोंस से बनी ज्वेलरी पहनना चाहता है, और ज्वेलरी के क्षैत्र में इन नए ट्रेंडों को ध्यान में रखते हुए इस इंडस्ट्री में अपना करिअर बनाने की चाह रखने वालों के लिए भी नए मौके सामने आए हैं। यहां बेहतर काम करने का मौका है और साथ में अच्छी सैलरी भी।
ये काम करना होता है
एक ज्वैलरी डिजाइनर का मुख्य काम ज्वैलरी के स्टाइल और पैटर्न को भी सेट करना होता है। आप कंप्यूटर की मदद से भी ऐसा कर सकते हैं। आपको अपने ग्राहक की मांग को ध्यान में रखते हुए गोल्ड, सिल्वर, पर्ल, प्लेटिनम, आदि धातुओं को तराशकर उनसे कुछ अलग तरह के गहने बनाने होते हैं।
ज्वेलरी डिज़ाइन मे सबसे पहले डिज़ाइनर डिज़ाइन को कागज़ या फिर कंप्यूटर मे तैयार करते है। बाद मे उस डिज़ाइन को कास्टमर्स मेनुफएचरिंग टीम , फ़ैशन डिजाइनरों के साथ मिलकर डिज़ाइन के सेंपल का पर परामर्श करते है उसे बाद उस डिज़ाइन के हिसाब से ज्वेलरी डिज़ाइन की जाती है। फ़ैशन शो मे भी ज्वेलरी का बोलबाला रहता है दुनिया भर की ज्वेलरी डिज़ाइन करने वाली बड़ी बड़ी कॉम्पनीय इंटरनेशनल लेवल पर अपने डिज़ाइन को शो करती है जिसके कारण उन्हे अवार्ड भी मिलते है। जिसके कारण डिज़ाइनर और कंम्पनी दोनों की अलग पहचान बनती है।
यदि आप क्रिएटिव हैं तो ज्वैलरी डिजाइनिंग आपके लिए बेहतर करियर हो सकता है। ज्वैलरी डिजाइनर बनने के लिए आपको अपने काम के प्रति लगाव और कुछ हटकर व नया करने की सोच की दरकार होती है। साथ ही विभिन्न प्रकार के पत्थरों और मेटल्स की जानकारी व डिजाइनिंग सेंस की भी जरूरत पड़ती है। इस क्षेत्र में सफलता पाने के लिए आपकी कल्पनाशीलता के साथ−साथ आपका मार्केट रिसर्च वर्क भी अच्छा होना जरूरी है। साथ ही इस काम में धैर्य की आवश्यकता होती है क्योंकि एक बेहतर डिजाइन के लिए कई बार घंटों बैठकर भी काम करना पड़ता है। इन सबके साथ ही आपको ग्लोबल मार्केट में चल रहे ट्रेंड पर भी अपनी पैनी नजर रखनी होगी।
कैसे करें शुरुआत
पहले इस इंडस्ट्री में करिअर बनाने का एकमात्र तरीका होता था, किसी प्रतिष्ठित सुनार के साथ रहकर काम सीखना, पर अब ऐसा नहीं है। आप चाहें तो स्कूल की पढ़ाई यानी बारहवीं पूरी करने के बाद ज्वेलरी डिजाइनिंग में डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं। पूरे भारत में ढेरों संस्थान ज्वेलरी डिजाइनिंग में डिप्लोमा कोर्स करवाते हैं। इस कोर्स में दाखिला पाने के लिए आपको एक टेस्ट और इंटरव्यू पास करना होगा।
अगर आपका आर्ट में बैकग्राउंड है, तो निश्चित तौर पर आपको यहां अपनी धाक जमाने में मदद मिलेगी इस कोर्स में छात्रों को स्टोन के प्रकार, ज्वेलरी की कलर स्कीम, डिजाइनिंग थीम, कास्टयूम ज्वेलरी और ज्वेलरी कास्टिंग आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाती है।
ट्रेनिंग के दौरान आप सभी चीजों की जानकारी इकट्ठा कर सकते हैं। डिजाइनिंग के प्रति रुचि और साथ ही छोटी-से-छोटी डिटेल के बारे में भी सतर्क होना जरूरी है। तकनीकी रूप से सक्षम होने के अलावा आपको रचनात्मक और कल्पनाशील भी होना चाहिए। इसके साथ ही फैशन इंडस्ट्री और इंटरनेशनल ट्रेंड के बारे में भी खुद को अपडेट रखें।
कहां-कहां है मौके
ज्वेलरी डिज़ाइनर के लिए काम करने के लिए अब मौकों की कमी नहीं है। आप ज्वेलरी डिजाइनिंग हाउस, एक्सपोर्ट हाउस, फैशन हाउस, में काम करने के अलावा खुद का बिजनेस या फ्रीलांसिंग डिजाइनिंग भी कर सकते हैं। यदि आप एक्सपोर्ट हाउस ज्वाइन करते हैं, तो इंटरनेशनल मार्केट में क्या ट्रेंड हैं, इसके बारे में भी आपको जानकारी मिलती रहेगी। वैसे, अधिकांश स्टूडेंट अपना खुद का प्रोडक्शन हाउस स्थापित अपना खुद का प्रोडक्शन हाउस स्थापित करके बिजनेस करते हैं। फ्रीलांसर डिज़ाइनर के तौर पर आपका काम दिए गए ऑर्डर के अनुरूप डिजाइन बनाना होता है। इसके अलवा आपको ज्वेलरी बनाने वाले लोगों को दिशा-निर्देश भी देना होगा।
जो लोग विदेश जाकर ज्वेलरी डिजाइनिंग में किस्मत आजमाना चाहते हैं। उनके लिए यूएस, लेबनान, कतर, जोर्डन, मालदीव, बहरीन, कुवैत, सोमान में रोजगार के बेहतरीन अवसर हैं।
ज्वेलरी डिज़ाइनिंग से जुड़े कोर्सज
• बेचलर ऑफ डिज़ाइनिंग कोर्स बीडीएस
• ज्वेलरी डिजाइन एंड मेनुफएकचरिंग टेक्नीकस , तीन वर्षीय डिग्री
• पोस्ट ग्रॅजुएट डिप्लोमा इन ज्वेलरी मेनेजमेंट
• प्रोफेशनल सर्टिफिकेट कोर्स इन ज्वेलरी ज्वेलरी डिजाइनिंग
• सर्टिफिकेट कोर्स इन ज्वेलरी में मैन्युफैक्चरिंग
ज्वैलरी डिजाइनिंग कोर्स कराने वाले प्रमुख संस्थान
• इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ जेम्स एंड ज्वेलरी, जयपुर।
• जेमस्टोन्स आर्टिसन्स ट्रेनिंग स्कूल, जयपुर।
• जेम्स ऐंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रोमोशन काउंसिलिंग राजस्थान भवन, जयपुर
• निफ्ट, हॉज खास दिल्ली
• एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, तुगलकाबाद, महरौली, दिल्ली
• साउथ दिल्ली पॉलिटेक्निक फॉर वुमेन लाजपत नगर, दिल्ली
• इंडियन जेमोलॉजी इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली।
• नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली।
• ज्वैलरी डिजाइन एण्ड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट, नोएडा।
• नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद।
• इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ ज्वेलरी, मुंबई।
• सेंट जेविर्यस कालेज, मुंबई।
• जेमोलॉजी इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, मुंबई।