
इंडियन नेवी यानि भारतीय नौसेना करीब पौने दो सौ जहाजों के विशाल बेड़े और 55 हजार कर्मियों और प्रभावशाली एविएशन आर्म के साथ दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी नौसेना है। नौसेना भारतीय सेना का वह महत्वपूर्ण अंग है जो देश को जल मार्ग और समुद्र से होने वाले आक्रमणों से बचाती है। मन में देश की सेवा का जज्बा है तो नेवी अफसर का पद आपके लिए सबसे बेहतर होगा। यह न केवल एक शानदार क्षेत्र है, बल्कि इसमें चुनौतियां भी हैं। नौसेना में शानदार वेतन और सुविधाएं हैं तो हैं, वहीं नौसैनिक को परिवार से दूर भी रहना पड़ता है। कई बार एक नौसेना अधिकारी को समुद्रों में दिन और महीने बीत जाते हैं। देश सेवा का जज्बा मन में रखने वाले युवा इसमें शामिल होकर करियर बना सकते हैं।
ऐसे बने नौसेना का हिस्सा
नेवी में एनडीए, नेवल एकेडमी, सीडीएस की परीक्षा देकर में प्रवेश पाया जा सकता है। इसके लिए यूपीएससी द्वारा साल में दो बार आयोजित होने वाली परीक्षाओं में सफल होना होता है। इसमें लिखित परीक्षा को पास करने के बाद प्रतिभागी की मानसिक क्षमताओं की परख होती है। इसके लिए वे 5 दिन के एसएसबी टेस्ट में हिस्सा लेते हैं। इसके अलावा नॉन यूपीएससीए 12वीं उत्तीर्ण, बीटेक इंट्री, स्पेशल नेवल आर्किटेक्ट एंट्री स्कीम, यूनिवर्सिटी एंट्री स्कीम से भी नेवी में प्रवेश किया जा सकता है। नॉन कमीशंड पदों के लिए भी समय-समय पर एक्जाम होती है। इनमें शामिल होने के लिए पीसीएम सब्जेक्ट के साथ न्यूनतम 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। सीडीएस परीक्षा के लिए साइंस सब्जेक्ट से स्नातक युवाओं की आवश्यकता होती है।
यह योग्यता चाहिए
पुरुषों के लिए हाइट 157 सेंटीमीटर और महिलाओ के लिए 152 सेंटीमीटर होना जरूरी है। छाती का विस्तार न्यूनतम 5 सेंटीमीटर होना चाहिए जैसे यदि आपकी छाती की चौड़ाई 75 सेंटीमीटर है तो 80 सेंटीमीटर न्यूनतम होना चाहिए। आवेदक को हड्डियों से संबंधित कोई रोग नहीं होना चाहिए। आवेदक को शारीरिक और मानसिक रूप से फिट होना चाहिए। नेवी में भर्ती के लिए उम्मीदवार भारत का नागरिक होना चाहिए।
एक्जीक्यूटिव ब्रांच
एक्जीक्यूटिव ऑफिसर अकेला नौसैनिक जहाज का नियन्त्रण कर सकता है। एक्जीक्यूटिव ऑफिसर इन विषेशज्ञता क्षेत्रों के लिए भी प्रशिक्षित किए जाते हैं-जैसे गनरी एण्ड मिसाइल, नेवीगेशन एण्ड डाइरक्शन, एंटी सबमरीन वॉरफेयर, कम्यूनिकेशन, सबमरीन, हाइड्रोग्राफी, लॉ केडर, एअर ट्रेफिक कन्ट्रोल। इस शाखा में प्रवेश स्थायी कमीशन व अस्थायी कमीशन से होता है। स्थायी कमीशन के तहत एनडीए व नेवल एकेडमी (गोवा) के माध्यम से भर्ती होती है। शॉर्ट सर्विस कमीशन के माध्यम से निम्न क्षेत्रों को चुना जा सकता है-एक्जीक्यूटिव/हाइड्रोग्राफी
इंजीनियरिंग ब्रांच
भारतीय नौसेना एक तकनीकी संचालित सैन्य बल है जो पोत, पनडुब्बी और वायुयान अत्याधुनिक उपकरणों से लैस हैं। एक इंजीनियर अफसर के रूप में आपको पोत, पनडुब्बी, वायुयानों पर समुद्री इंजीनियरिंग उपकरणों को संचालित करने और उसकी देखरेख का अवसर मिलता है। इसके अतिरिक्त थर्ड और फोर्थ लाइन की मरम्मत करने के लिए मरम्मत यार्ड और मेटेनेंस यूनिटों में कार्य करने का अवसर प्राप्त होता है। इंजीनियर अफसरों को पोत निर्माण के स्वदेशीकरण में अपना योगदान देने के लिए डिजाइन और उत्पादन संगठनों में काम करने का भी अवसर भी प्राप्त होता है।
अन्य किसी भी करियर में, एक इंजीनियर को जॉब प्रोफाइल के ऐसे विस्तृत क्षेत्र से रू-ब-रू होने का अवसर प्राप्त नहीं होता है। इंजीनियर अफसर के रूप में आपको भारत और विदेश में तकनीकी कोर्स स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त करने का अच्छा अवसर भी प्राप्त होता है। इंजीनियरिंग ब्रांच में मरीन इंजीनियर में प्रवेश के लिए कैडेट एन्ट्री (एनडीए), कैडेट एन्ट्री होती है। नेवल ऑर्किटेक्चर में प्रवेश के लिए आयु 17 से 19 आयुवर्ग, (पुरुष) विज्ञान (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित) विषयों में 75 प्रतिशत अंकों के साथ 10+2 उत्तीर्ण हो। 10वीं या 12वीं कक्षा में अंग्रेजी में कम से कम 50 प्रतिशत अंक प्राप्त उम्मीदवार पात्र हैं। इलेक्ट्रिकल ब्रांच में इस क्षेत्र में प्रवेश के लिए कैडेट एन्ट्री (एन.डी.ए.), कैडेट एन्ट्री (टेक्नीकल) व डायरेक्ट एन्ट्री होती है।
पायलट, नेविगेशन की पोस्ट के लिए 12वीं के साथ कमर्शियल पायलट लाइसेंस या फिर बीएससी ग्रेजुएट होना आवश्यक है। नौसेना की टेक्निकल ब्रांचों में प्रवेश के लिए मैकेनिकल, मरिन, आर्किटेक्चर, इलेक्ट्रॉनिक्स, डिजाइन इंजीनियरिंग आदि में स्नातक डिग्री की आवश्यकता होती है।
डाइरेक्ट एन्ट्री-डिप्लोमा हॉल्डर
मैकेनिकल, इलेक्ट्रीकल, इलेक्ट्रोनिक्स, टेलीकम्यूनिकेशन, एयरोनोटिकल, शिप बिल्डिंग, इंस्ट्रूमेंशन इंजीनियरिंग, मेटलर्जिकल में मान्यता प्राप्त संस्थान या पोलीटेक्निक में कम से कम 50 प्रतिशत अंको के साथ तीन वर्षीय डिप्लोमा किया हो व आयु 18 से 22 वर्ष हो।
ऑट्रिफिशर अप्रेन्टिस
12वीं कक्षा में भौतिक विज्ञान, गणित और रसायन विषय के साथ 60 प्रतिशत से उत्तीर्ण हो तथा आयु 17 से 20 वर्ष हो।
सीनियर सैकण्डरी रिक्रूट
विज्ञान विषय में 12वीं उत्तीर्ण 17 से 21 वर्ष आयु।
मैट्रिक रिक्रूट
नौ सेना के सैनिकों से लेकर अफसर तक के लिए भोजन की व्यवस्था करने का काम स्टीवर्ड और कुक करते हैं, जिनकी भर्ती नौ सेना मैट्रिक रिक्रूट के जरिए करती है। इस भर्ती में 17 से 21 आयु वर्ग के अविवाहित युवाओं का चयन होता है, जिन्होनें 10वीं कक्षा उत्तीर्ण की हो।
नॉन मैट्रिक रिक्रूट परीक्षा
कक्षा 6वीं परीक्षा उत्तीर्ण करने वालों के लिए एनएमआर. परीक्षा आयोजित की जाती है। शैक्षणिक योग्यता को छोड़कर बाकी योग्यताएं मैट्रिक रिक्रूट वाली होती हैं।
म्युजिशियन
ये सेलर काडर में आते हैं। इनकी योग्यता 10वीं उत्तीर्ण। इन्हें संगीत का ज्ञान होना चाहिए। शैक्षणिक योग्यता व अन्य योग्यता का परीक्षण मैट्रिक रिक्रूट की तरह होता है।
डाइरेक्ट एन्ट्री-स्पोट्र्स
इसके माध्यम से उम्मीदवार भारतीय नौ सेना के सी मैन शाखा में भर्ती किए जाते हैं। इसमें आयु 17 वर्ष से 22 वर्ष होनी चाहिए। खेल के अतिरिक्त मैट्रिक होना चाहिए।
नौसेना में महिलाओं के लिए अवसर
वर्ष 1992 तक महिलाओं को केवल सशस्त्र सेना मेडिकल कोर में भर्ती किया जाता था। जुलाई 1992 से नौसेना ने महिलाओं को नौसेना की कुछ चुनी हुई शाखाओं में अल्पकालिक कमीशन अफसर के रूप में भर्ती करना शुरू कर दिया। अभी महिलाओं को अफसर के तौर पर नौसेना की हवाई यातायात नियंत्रण
प्रेक्षक, कानून, संभारिकी, शिक्षा, नेवल ऑर्किटेक्चर, नौसेना आयुध निरीक्षणालय, पायलट-केवल समुद्री टोह शाखाओं में-भर्ती किया जाता है।
नेवल ऑर्किटेक्चर
आयु सीमा-19 से 25 वर्ष। अभ्यर्थी को मेकेनिकल, सिविल, वैज्ञानिक, मैटलर्जी, नौ-स्थापत्य में से किसी एक में बीई, बीटेक डिग्री में कम से कम 60 फीसदी अंक प्राप्त हों।
प्रेषक
आयु सीमा-19 से 24 वर्ष। अभ्यर्थी को किसी भी विषय में बीई, बीटेक डिग्री 12 वीं में भौतिकी और गणित विषय सहित प्राप्त हों।
शिक्षा
आयु सीमा-21से 25 वर्ष। भौतिकी या गणित में से किसी एक विषय में मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से द्वितीय श्रेणी में स्नातकोत्तर उपाधि। जरूरी है कि भौतिकी में स्नातकोत्तर उपाधि वाले अभ्यर्थी ने डिग्री स्तर पर सहायक विषय के रूप में गणित पढ़ा हो और गणित विषय में स्नातकोत्तर उपाधि वाले अभ्यर्थी ने डिग्री स्तर पर सहायक विषय के रूप में भौतिकी पढ़ा हो।
या या किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से रसायन या अंग्रेजी में द्वितीय श्रेणी में स्नातकोत्तर डिग्री रसायन में स्नातकोत्तर डिग्री वाले अभ्यर्थियों ने कम से कम सहायक विषय के रूप में स्नातक स्तर पर भौतिकी विषय पढ़ा हो और अंग्रेजी में स्नातकोत्तर डिग्री उपाधि वाले ने इंटरमीडियट या समतुल्य परीक्षा में भौतिकी या गणित की पढ़ाई की हो।
या यांत्रिकीय इंजीनियरिंग, वैद्युुतीय इंजीनियरिंग, कंप्यूटर विज्ञान तकनीकी में इंजीनियरिंग, विषय में से किसी एक में स्नातक डिग्री हो।
या कंप्यूटर एप्लीकेशन या कंप्यूटर विज्ञान में किसी मान्यता प्राप्त विश्वविधालय से द्वितीय श्रेणी में स्नातकोत्तर की डिग्री हो अभ्यर्थी ने स्नातक स्तर पर भौतिकी या गणित विषय की पढ़ाई की हो।
या किसी मान्यता प्राप्त विश्वविधालय से मानविकी-अर्थशास्त्र, इतिहास, राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की हो।
संभारिकी कार्य
उम्र 19 से 25 हो। किसी भी विषय में प्रथम श्रेणी में बीई, बी टेक या प्रथम श्रेणी में एमबीए या प्रथम श्रेणी में बीएससी, बीकॉम, बीएससी-आई टी और वित्त संभारिकी आपूर्ति श्रंखला प्रबंधन सामग्री प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा या प्रथम श्रेणी में एमसीए, एमएससी-आईटी।
निर्माण संबंधी
बीई, बीटेक (सिविल), आर्किटेक्ट
भोजन प्रबंधन
एमएससी (एच एम) एमबीए, एमएम या प्रथम श्रेणी में स्नातक और एचएम में स्नातकोत्तर डिप्लोमा
विधि
आयु सीमा 22 से 27। अभ्यर्थी विधि स्नातक हो और वह अधिवक्ता अधिनियम-1961 के अंतर्गत अधिवक्ता के रूप में भर्ती की अर्हता रखती हो।
एयर ट्रेफक कंट्रोल
आयु सीमा19 से 25। किसी भी विषय में बीइ, बीटेक डिग्री और 12 वीं कक्षा में भौतिकी और गणित विषय पढ़ा हो।
पायलाट सामान्य
आयु सीमा 19 से 24 वर्ष, 12वीं कक्षा में भौतिकी और गणित के साथ किसी भी विषय में बीई, बी टेक डिग्री।
सीपीएल धारक-आयु सीमा 19 से 25 वर्ष
डीजीसीए (भारत) द्वारा जारी मान्य और चालू सीपीएल वाले अभ्यर्थी
एनएआई-आयु सीमा-19 से 25 वर्ष
इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल, उत्पादन, इंस्ट्रूमेंटेशन, सूचना प्रौद्योगिकी-आईटी, केमिकल, मेटालर्जी, एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में से किसी एक स्ट्रीम में बीई, बी टेक।.अद्यतन जानकारी नौसेना की वेबसाइट से प्राप्त की जा सकती है।