
लोको पायलट को ट्रेन ड्राइवर भी कहा जाता है। ट्रेन संचालन की सम्पूर्ण जिम्मेदारी लोको पायलट पर होती है। इस प्रकार लोको पायलट का पद अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। रेलवे द्वारा समय-समय पर इन पदों पर नियुक्तियां निकाली जाती है।
शैक्षिक योग्यता और आयु
आपको किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड द्वारा दसवीं उत्तीर्ण होना आवश्यक है। साथ ही आईटीआई का एनसीवीटी अथवा एससीवीटी से प्रमाणित प्रमाण पत्र या डिप्लोमा आवश्यक है। यह डिप्लोमा आईटीआई अथवा पॉलिटेक्निक से इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, ऑटोमोबाइल इनमें से किसी भी एक ट्रेड में हो सकता है। इसके साथ-साथ आपका कॉलेज एआईसीटीई से प्रमाणित होना चाहिए।
सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए आयु सीमा 18 से 28 वर्ष है। आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को नियमनुसार छूट प्राप्त होती है।
शारीरिक मापदंड
शारीरिक मापदंड के अंतर्गत हाइट से सम्बंधित किसी प्रकार का कोई नियम नहीं है परन्तु आपका वजन आपके हाइट के अनुसार होना चाहिए और सबसे महत्वपूर्ण आपकी आंखो में किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। आपका विजुअल स्टार कार्ड डिस्टेंस विजन बिना चश्मे के 6.6 होना आवश्यक है।
लोको पायलट एक्जाम पैटर्न
लोको पायलट बनने के लिए भर्ती आने पर आपको सबसे पहले आवेदन करना होता है। इसके बाद लिखित परीक्षा होती हैं। परीक्षा120 अंक की होती हैं। इसके लिए 90 मिनट का समय दिया जाता है। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए एक तिहाई नेगेटिव मार्किंग होती है।
यह है पाठ्यक्रम
सेक्शन ए
गणित
संख्या प्रणाली, बोडमास, दशमलव, अंश, एलसीएम, एचसीएफ, अनुपात, प्रतिशत, मानकीकरण, समय और कार्य, समय और दूरी, सरल और मिश्रित ब्याज, लाभ और हानि, बीजगणित, ज्यामिति और त्रिकोणमिति, प्राथमिक सांख्यिकी, स्क्वायर रूट, आयु की गणना, कैलेंडर और घड़ी, पाइप्स और कूटर आदि। इस खंड से 20 अंक के 20 सवाल पूछे जाते हैं।
सामान्य बुद्धि और तर्क
एनालॉग्स, वर्णक्रमानुसार और संख्या श्रृंखला, कोडिंग और डिकोडिंग, गणितीय संचालन, रिश्ते, सिलेगिजम, जुंबलिंग, वेन आरेख, डाटा इंटरप्रिटेशन और दक्षता निष्कर्ष और निर्णय लेने, समानताएं और अंतर, विश्लेषणात्मक तर्क, वर्गीकरण, निर्देश, विवरण तर्क और आकलन आदि। इस खंड से 15 अंक के 15 सवाल पूछे जाते हैं।
बुनियादी विज्ञान और इंजीनियरिंग
इस विषय में सम्मिलित किए गए विस्तृत विषय मापन, जन वजन और घनत्व, कार्य शक्ति और ऊर्जा, गति और वेग, गर्मी और तापमान, मूलभूत बिजली, इंजीनियरिंग ड्राइंग-प्रोजेक्शन, दृश्य, ड्राइंग इंस्ट्रूमेंट्स, लाइन्स,ज्यामितीय आंकड़े, प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व, इकाइयां, लीवर और सरल मशीनें, व्यावसायिक सुरक्षा और स्वास्थ्य, पर्यावरण शिक्षा, आईटी साक्षरता आदि । इस खंड से 30 अंक के 30 सवाल पूछे जाते हैं।
सामान्य जागरूकता
विज्ञान और प्रौद्योगिकी, खेल, राजनीति, संस्कृति, व्यक्तित्व, अर्थशास्त्र और महत्व के किसी भी अन्य विषय में वर्तमान मामले। इस खंड से 25 अंक के 25 सवाल पूछे जाते हैं।
सेक्शन बी
इस भाग में इंजीनियरिंग डिग्री और डिप्लोमा से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाएंंगे अर्थात तकनिकी योग्यता से सम्बंधित पेपर होगा। इजसमें सम्बंधित ट्रेड से प्रश्न पूछे जाएंंगे। इस पेपर के लिए क्वालीफाइंग माक्र्स 35 प्रतिशत निर्धारित किए गए हैं। इसमें किसी भी आरक्षित श्रेणी को किसी प्रकार की छूट नहीं प्राप्त होगी। इस खंड से 30 अंक के 30 सवाल पूछे जाते हैं।
मनोवैज्ञानिक टेस्ट
पहला एक्जाम पास करने के बाद आपका मनोवैज्ञानिक टेस्ट होता है। इसमें भी लिखित परीक्षा होती है। इसमें यह जानने का प्रयास किया जाता है कि आप दिमागी तौर कितने चुस्त, तंदुरुस्त हैं। आप कितनी जल्दी ïफैसला ले सकते हैं।
साक्षात्कार, शैक्षिक प्रमाण पत्रों की जांच
इस चरण में उन उम्मीदवारों को बुलाया जाता हैं जो लिखित परीक्षा मे सफल घोषित होते है। शैक्षिक प्रपत्रों की जांच की जाती है। जहां आप के समस्त शैक्षिक प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, तकनीकी योग्यता प्रमाण पत्र, हस्ताक्षर, फोटो आदि की जांच की जाती है। जांच में उपयुक्त पाए जानें पर आपका चयन निर्धारित कर दिया जाता है। उम्मीदवार का स्वास्थ्य देखा जाता हैं व खास कर इसमे आंखों का टेस्ट किया जाता हैं जिसमे पता किया जाता हैं की आप दूर की व पास की वस्तुएं ठीक से देख पाते हो या नहीं एवं आप किसी भी कलर को पहचान सकते हैं या नही।
लोको पायलट की सैलरी
अगर आप लोको पायलट बन जाते है तो आपको इस पोस्ट में 5200 से 20 हजार तक की सैलरी और 1900 रूपए का ग्रेड पे दिया जाता हैं। इस प्रकार शुरूआती वेतन 30 से 32 हजार रुपए मिल जाता है। इस पोस्ट में आपके अनुभव के आधार पर आपकी सैलरी बढ़ती जाती हैं। सीनियर लोको पायलट का वेतन 55 से 60 हजार रुपए होता है। इनको बीमा और निशुल्क यात्रा जैसे कई फायदे भी मिलते हैं।
तैयारी के टिप्स
♦ सिलेबस और पुराने प्रश्नपत्र को बारीकी से देखें। इससे आपको पता चल जाएगा कि परीक्षा किस तरह की होगी और किस प्रश्न का उत्तर किस प्रकार से देना है।
♦ टाइम टेबल बनाकर पूरी लगन से तैयारी शुरू कर दें तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।
♦ पाठ्यक्रम के अंतर्गत अपने सभी कांसेप्ट को अच्छे से समझने का प्रयास करें तथा त्वरित और सटीक गणना करने का अभ्यास करें। इसके लिए गणित के लिए एनसीईआरटी पुस्तक के उदाहरणों और प्रश्नावली को हल करने का अभ्यास करें। आरएस अग्रवाल, आरडी शर्मा जैसी पुस्तकों से प्रेक्टिस कर सकते हैं।
♦ सामान्य बुद्धि और तर्क में शॉर्टकट ट्रिक्स का प्रयोग करें। प्रश्नों को हल करने के लिए आसान तरीके विकसित करें। रोजाना इसके 30-40 प्रश्न हल करें तथा उनके समाधान देखें।
♦ सामान्य जागरूकता के लिए प्रतिदिन समाचार पत्र पढ़ें।
♦ अधिक से अधिक मॉक टेस्ट दें। इससे परीक्षा और समय प्रबंधन का अभ्यास होगा। परीक्षा के दौरान तनाव नहीं होगा।
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