
बार काउंसिल ऑफ इंडिया BCI ने देश का पहला लॉ टीचर्स ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट स्थापित किया है। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ IIL ने भुवनेश्वर के डीम्ड विश्वविद्यालय कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग के साथ कोलैबरेशन किया है। यहां लॉ टीचर्स को लॉ की एकेडमिक ट्रेनिंग दी जाएगी। रिसर्च पर भी इंस्टीट्यूट का फोकस रहेगा। इसी प्रकार लीगल एजुकेशन के प्रमोशन को लेकर भी काम किया जाएगा।
देश में स्कूल शिक्षकों के लिए बीएड पाठ्यक्रम है, लेकिन लॉ के लिए इस प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं थी। दो से ढाई लाख छात्र करीब एक हजार कॉलेजों में लॉ की शिक्षा ग्रहण करते हैं। इसे देखते हुए क्वालिटी टीचर्स की मांग लगातार बनी रहती है। साथ ही प्रदेश में लॉ शिक्षकों की काफी कमी चल रही है।
आईआईटी व आईआईएम की तर्ज पर ही इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ (Indian Institute of Law- IIL) शुरू किया गया है। हालांकि इसे सरकार से कितनी मदद मिलेगी, यह फिलहाल तय नहीं है। अभी तक यह इनिशिएटिव बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने लिया है। इसमें जज, सीनियर एडवोकेट्स, फ्रेशर्स का ही सहयोग रहेगा। इसके कॅरिकुलम को लेकर भी अभी निर्णय लिया जाना है। कॅरिकुलम लॉ व उससे जुड़े फील्ड्स से ही संबंधित होगा।
Indian Institute of Law- IIL के प्रबंधन के लिए तीन निकायों यानी सामान्य परिषद, कार्यकारी परिषद और शैक्षणिक परिषद का गठन किया जाएगा। प्रबंधन सम्बन्धी इन निकायों में सर्वोच्च न्यायपालिका, सरकार, शिक्षा मंत्रालय, यूजीसी, शिक्षाविदों, विधि व्यवसाय के वरिष्ठ सदस्यों, ओडिशा के मुख्या व अन्य न्यायाधीशों का प्रतिनिधित्व होगा।
Indian Institute of Law- IIL की नींव पट्टिका का अनावरण कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश उदय उमेश ललित, भूषण रामकृष्ण गवई और वी. रामासुब्रमण्यम ने किया गया। समारोह में बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई.) तथा बार काउंसिल ऑफ इंडिया ट्रस्ट (बीसीआईटी.) के चेयरमैन, मनन कुमार मिश्रा, ओडिशा के एडवोकेट जनरल, अशोक परीजा, सीनियर एडवोकेट एवं बीसीआईटी. के चेयरमैन, देबी प्रसाद धल, एसोसिएट मैनेजिंग ट्रस्टी एवं केआईआईटी व केआईएसएस के फाउंडर, प्रो. अच्युत सामंत ने भाग लिया।
गौरतलब है कि बार काउंसिल ऑफ इंडिया-बीसीआई ट्रस्ट ने वर्ष 1986 में बंगलौर में नेशनल लॉ स्कूल ऑफ़ इंडिया यूनिवर्सिटी नाम से पहले संस्थान की स्थापना की थी, जो आज भी देश की मॉडल लॉ यूनिवर्सिटी बनी हुई है। इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ लॉ देश में अपनी तरह का पहला संस्थान होगा। अब इसकी स्थापना से कानून के शिक्षकों के लिए कौशल विकास और वकीलों के अभ्यास करने के साथ-साथ, निरंतर शिक्षा व अनुसंधान को बढ़ावा देने एवं कानूनी शिक्षकों की अकादमी के लिए एक मॉडल संस्थान तैयार होगा। संस्थान देश के युवा लॉ स्कूल शिक्षकों को सुविधा प्रदान करेगा और उनकी विशेषज्ञता, पेशेवर कौशल और कुशाग्रता बढ़ाने में सहायक होगा।