
संघ लोक सेवा आयोग, यानी UPSC ने सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा 2020 का रिजल्ट घोषित कर दिया है। इसमें कुल 761 लोग चुने गए हैं। बिहार के शुभम कुमार (रोल नंबर 1519294) ने टॉप किया है। शुभम ने IIT बॉम्बे से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। टॉप 25 में 13 पुरुष और 12 महिलाएं हैं। वहीं, टॉप 10 में 5 महिलाओं ने जगह बनाई है।
भोपाल की जागृति अवस्थी को दूसरा और आगरा की अंकिता जैन को तीसरा स्थान मिला है। इस साल परीक्षा पास करने वालों में 545 पुरुष और 216 महिलाएं शामिल हैं। जागृति ने भोपाल के मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। वहीं, 2015 की IAS टॉपर टीना डाबी की छोटी बहन रिया डाबी ने 15वीं रैंक हासिल की है।
शुभम ने वैकल्पिक विषय के रूप में एंथ्रोपोलॉजी के साथ परीक्षा पास की है। वह IIT बॉम्बे से बी.टेक (सिविल इंजीनियरिंग) हैं।
बता दें कि इससे पहले बिहार के अमीर सुबहानी ने 1987 में UPSC में टॉप किया था। इनके बाद 1997 में सुनील वर्णवाल ने और 2000 में आलोक झा ने टॉप किया था।
टॉप 50 कैंडिडेट
रैंक नाम
1 शुभम कुमार
2 जागृति अवस्थी
3 अंकिता जैन
4 यश जालुका
5 ममता यादव
6 मीरा के.
7 प्रवीण कुमार
8 जीवनी कार्तिक नागजीभाई
9 अपाला मिश्रा
10 सत्यम गांधी
11 देवयानी
12 मिथुन प्रेमराज
13 गौरव बुदानिया
14 करिश्मा नायर
15 रिया डाबी
16 अर्थ जैन
17 सार्थक अग्रवाल
18 राधिका गुप्ता
19 शाश्वत त्रिपुरारी
20 पी श्रीजा
21 वैशाली जैन
22 नितेश कुमार जैन
23 सदफ चौधरी
24 कृष्ण कुमार सिंह
25 वैभव रावत
26 पुलकित सिंह
27 मैत्रेयी नायडू
28 मैत्रेयी नायडू
29 प्रखर कुमार सिंह
30 दिव्यांशु चौधरी
31 वाय मेघा स्वरूप
32 रालापल्ली जगत साई
33 नारायण शर्मा वीएस
34 सिमरन दीप सिंह
35 अपर्णा रमेश
36 जोशी मृणाली अविनाश
37 नरवणे विनायक करभरी
38 वरुणा अग्रवाल
39 सृजन वर्मा
40 अनंत द्विवेदी
41 अवस्थी जीजी
42 पूजा गुप्ता
43 कनिष्का
44 दिव्यांशु निगम
45 अनिल बसक
46 जुबिन मोहापात्रा
47 विनायक चामड़िया
48 साई मनसा एनसी
49 रजत रवींद्र उभयकर
50 अभिषेक शुक्ला
कैंडिडेट नीचे दिए लिंक पर क्लिक करके अपना रिजल्ट देख सकते हैं..
https://www.upsc.gov.in/sites/default/files/FR-CSM-20-engl-240921-F.pdf
शुभम ने IIT बॉम्बे से सिविल इंजीनियरिग की
शुभम कुम्हरी निवासी उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक के ब्रांच मैनेजर देवानंद सिंह व पूनम सिंह के पुत्र हैं। उनकी प्रारंभिक से लेकर 10वीं तक की शिक्षा विद्या विहार रेजिडेंशियल स्कूल से हुई। 12वीं की पढ़ाई चिन्मया विद्यालय बोकारो से हुई। उसके बाद उन्होंने IIT बॉम्बे से सिविल इंजीनियरिग किया और फिर उन्होंने UPSC की तैयारी शुरू कर दी। दूसरे प्रयास में 2019 में 209वां रैंक हासिल किया था। इसके बाद उन्होंने इस साल फिर एग्जाम दिया और टॉप किया है।
बहन भी कम नहीं
शुभम के पिता देवानंद सिंह ने बताया कि उनकी बेटी अंकिता कुमार न्यूक्लियर साइंटिस्ट हैं। वह अभी आरआर कैट इंदौर में पोस्टेड हैं। संयुक्त परिवार है। देवानंद सिंह के छोटे भाई डॉ. मणि कुमार सिंह पूर्णिमा में एक्वाप्रेशर के डॉक्टर हैं।
UPSC टॉपर शुभम कुमार से IIT मुंबई भी काफी प्रभावित रहा है। शुभम को 6 माह एडवांस में ही मुम्बई IIT ने B Tech की डिग्री दे दी थी। वह घर से लेकर स्कूल तक टॉपर रहे हैं। चाहे खेल का मैदान हो या फिर क्लास, कोई भी उनका मुकाबला नहीं कर पाता था। बचपन से IAS बनने का सपना संजोए शुभम पर पूरे परिवार को भरोसा था। घर के सदस्यों को यह भरोसा था कि शुभम एक न एक दिन बिहार का नाम रोशन करेगा। शुक्रवार को जब यह सपना पूरा हुआ और इसकी सूचना शुभम ने अपने पिता देवानंद सिंह को दी तो वह खुशी से रोने लगे। वह उस बेटे के पिता होने पर गर्व महसूस कर रहे थे, जिस पर आज पूरा देश गर्व कर रहा है।
B.Tech में शुभम ने रचा इतिहास
देवानंद सिंह ने कहा कि शुभम पढ़ाई में इतना तेज था कि IIT मुंबई ने उसे 6 माह पहले ही एडवांस में B.Tech की डिग्री दे दी थी। 2018 में समय से पहले ही डिग्री मिलने से घर वालों का एक सेमेस्टर का पैसा भी बच गया था। B.Tech की पढ़ाई पूरी करने के बाद शुभम दिल्ली चला गया। वहीं से तैयारी करने लगा। पिता का कहना है कि शुभम दिल्ली जाने के बाद काफी व्यस्त हो गया और बस एक ही लक्ष्य पर काम कर रहा था।
शुभम की किस्मत में तो टॉपर ही लिखा था
देवानंद सिंह ने बताया कि वह दिल्ली में तैयारी करने के दौरान ही 2019 में UPSC की परीक्षा दिया था। 2020 में 2019 UPSC का रिजल्ट आया, जिसमें शुभम को ऑल इंडिया 290 रैंक मिली। इस रैंक पर शुभम को IDAS (इंडियन डिफेंस अकाउंट सर्विसेस) पर ज्वाइनिंग हुई। डिफेंस सेवा का पद तो मिल गया लेकिन शुभम को IAS बनना था। वह इस पद को स्वीकार कर फरीदाबाद ट्रेनिंग के लिए चला गया। बाद में उनकी ट्रेनिंग पुणे में होने लगी। ट्रेनिंग के साथ ही वह यूपीएससी की तैयारी कर रहा था। पिता देवानंद सिंह का कहना है कि वह शुभम को रोक रहे थे कि इस बार दोहरा मेहनत पड़ जाएगा इसलिए यूपीएसपी का एग्जाम बाद में दे। शुभम ने जिद की और 2020 में UPSC की परीक्षा दी और आज उनके रिजल्ट से पूरे देश को गर्व है।
भोपाल की जागृति अवस्थी ने दूसरा स्थान हासिल किया है। जागृति ने MANIT (मौलाना आजाद नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) से 2017 में बीटेक (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग) किया है। वह भेल में नौकरी करती थीं, लेकिन नौकरी छोड़कर UPSC की तैयारी में जुट गईं। महिला वर्ग में उनकी पहली रैंक आई है।
जागृति के पिता प्रोफेसर एसएस अवस्थी ने कहा कि मेरी बेटी जो दूसरी रैंक हासिल की है, यह ताे उम्मीद नहीं थी। इतना पता था कि तैयारी अच्छी की है। वह जब भेल में थी तो मुझसे कहा कि UPSC देना चाहती हूं। मैंने कहा- देख लो, अभी भेल में भी क्लास वन सर्विस है..। मैं रात में सहमति दी और उसने सुबह भेल से रिजाइन कर दिया था।
761 अभ्यर्थी पास
सामान्य वर्ग से 263, आर्थिक पिछड़ा वर्ग से 86, अन्य पिछड़ा वर्ग से 229, अनुसूचित जाति 122, अनुसूचित जनजाति से 61 अभ्यर्थियों ने यह परीक्षा पास की है। जिसके बाद कुल मिलाकर 761 अभ्यर्थी परीक्षा पास कर चुके हैं। इसके अलावा 150 अभ्यर्थियों को रिजर्व रखा गया है।