
राजस्थान में सरकारी शिक्षक बनना है तो आपको राजस्थान एलिजिबिलिटी एग्जामिनेशन फॉर टीचर्स (रीट) REET देना चाहिए। राजस्थान में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के लिए रीट एग्जाम अनिवार्य योग्यता है। इस परीक्षा में सफल हुए बिना आप सरकारी स्कूल टीचर के लिए आवेदन नहीं कर सकते। परीक्षा में मिले स्कोर, शिक्षकों की वैकेंसी व चयन प्रक्रिया के आधार पर आप शिक्षक की नौकरी पा सकते हैं। यह परीक्षा समय-समय पर होती रहती है।
रीट एग्जाम के लिए योग्यता
राजस्थान तृतीय श्रेणी शिक्षकों के पदों को दो श्रेणियों में विभाजित किया गया है-लेवल-1 एवं लेवल-2। कक्षा 1 से 5 तक के प्राइमरी अध्यापकों को लेवल-1 एवं कक्षा 6 से 8 तक के अपर प्राइमरी अध्यापकों को लेवल-2के अंतर्गत रखा गया है। इन पदों के लिए अलग-अलग योग्यता है। आप अपनी योग्यता के अनुसार किसी एक पेपर या दोनों पेपर्स की परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।
राजस्थान की सबसे बड़ी परीक्षा -16.40 लाख अभ्यर्थी देंगे परीक्षा
राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट-2021) के लिए करीब 16 लाख 40 हजार 919 अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है।लेवल-1 के लिए 3 लाख 63 हजार 183 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। दोनों लेवल के लिए करीब 09.13 लाख अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। आवेदकों की संख्या के हिसाब से यह राजस्थान की सबसे बड़ी परीक्षा होगी। इससे पहले कॉन्स्टेबल भर्ती-2020 के लिए 16 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। रीट में आवेदकों की संख्या ने कॉन्स्टेबल भर्ती का रिकॉर्ड तोड़ दिया। यही नहीं अब तक चार बार हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा में इतने आवेदन नहीं आए, जितने इस बार आए हैं। रीट का आयोजन 25 अप्रैल 2021 को होगा। इसकी नोडल एजेंसी राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर है। इसमें सफल अभ्यर्थियों की सूची का प्रकाशन कर उन्हें सर्टिफिकेट दिया जाएगा जो तीन साल के लिए वैध होता होगा। शिक्षा विभाग की ओर से इन्हीं सफल अभ्यर्थियों की सूची में से वरीयता के आधार पर भर्ती करेगा। रीट के बाद 31 हजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों भर्ती की जानी है।
लेवल-1. कक्षा 1 से 5 के लिए शिक्षा योग्यता
उम्मीदवार न्यूनतम 50 फीसदी अंकों के साथ उच्च माध्यमिक या समकक्ष परीक्षा उतीर्ण हो। प्रारंभिक शिक्षा शास्त्र में दो वर्षीय डिप्लोमा उत्तीर्ण या अंतिम वर्ष में हो। अथवा जिन लोगों ने 45 फीसदी अंकों के साथ उच्च शिक्षा या समकक्ष पास की हो, साथ ही एनसीटीई से मान्यता प्राप्त दो वर्षीय प्रारंभिक शिक्षा शास्त्र में डिप्लोमा उत्तीर्ण या अंतिम वर्ष में अध्ययनरत हो। अथवा उम्मीदवार न्यूनतम 50 फीसदी अंकों के साथ उच्च शिक्षा या समकक्ष पास हो, इसके साथ ही वह 4 वर्ष का प्राथमिक शिक्षा में डिप्लोमा-बीएलएड उत्तीर्ण हों या अंतिम वर्ष में हों। अथवा उम्मीदवार ग्रेजुएशन एवं प्रारंभिक शिक्षा में द्विवर्षीय डिप्लोमा उत्तीर्ण या अंतिम वर्ष में हों। परीक्षा में आरक्षित वर्ग को विशेष छूट दी गई है।
बीएड डिग्रीधारी भी भर सकेंगे लेवल-1 के आवेदन
राजस्थान हाई कोर्ट ने बीएड की डिग्री वाले छात्रों को भी रीट की लेवल-1 में शामिल होने की अनुमति दे दी है। हालांकि, वे परीक्षा में बैठ सकेंगे अथवा नहीं, इसका पता तभी चलेगा जब कोर्ट का अंतिम फैसला आएगा। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद-एनसीटीई के नियमानुसार बीएड योग्यताधारी अभ्यर्थी सिर्फ लेवल-2 की परीक्षा के लिए ही आवेदन कर सकते हैं जबकि लेवल-1 में सिर्फ बीएसटीसी किए हुए अभ्यर्थी ही आवेदन कर सकते हैं। बीएड कर चुके कुछ अभ्यर्थियों ने इस फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती दी थी।
कक्षा 6 से 8 के लिए शैक्षिक योग्यता
उम्मीदवार स्नातक एवं प्रारंभिक शिक्षा में द्विवर्षीय डिप्लोमा उत्तीर्ण या अंतिम वर्ष में हों। या फिर उम्मीदवार न्यूनतम 50 फीसदी प्रतिशत अंकों के साथ स्नातक एवं शिक्षा शास्त्र में एक वर्षीय स्नातक (बीएड) उत्तीर्ण या दो वर्षीय बीएड कोर्स के अंतिम वर्ष में हों। या फिर जो 45 फीसदी प्रतिशत अंकों के साथ स्नातक कर चुके हों साथ ही एनसीटीई से मान्यता प्राप्त बीएड कर चुके हों या कर रहे हों। या फिर न्यूनतम 50 फीसदी अंक के साथ स्नातक एवं एक वर्षीय बीएड (विशेष शिक्षा) उत्तीर्ण या अंतिम वर्ष में हों। बीएसटीसी के छात्र इसके लिए आवेदन नहीं कर सकते है।
यह आए नए बदलाव
पहले रीट के लिए स्नातक में 50 फीसदी अंकों के साथ बीएड जरूरी था। अब बीएड के साथ स्नातक या पीजी में किसी भी एक में 50 प्रतिशत या अधिक अंक होने चाहिए।
रीट आरक्षित वर्गों को पात्रता अंकों में 5 फीसदी से लेकर 20 फीसदी अंकों तक की रियायत मिलेगी।
कॉमर्स स्ट्रीम से स्नातक करने वाले भी रीट दे सकेंगे। इन्हें रीट लेवल-2 में सोशल स्टडीज विषय में शामिल किया जाएगा।
25 अप्रैल को दो शिफ्ट में होगी परीक्षा
रीट के लिए कैंडिडेट्स 14 अप्रैल, 2021 से बोर्ड की वेबसाइट से अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकेंगे। परीक्षा 25 अप्रैल 2021 रविवार को दो शिफ्ट में होगी। पहली शिफ्ट सुबह 10 से दोपहर 12.30 बजे तक होगी। इसमें कक्षा 6 से 8वीं के लिए परीक्षा होगी। वहीं, दूसरी शिफ्ट दोपहर 2.30 बजे से शाम 5 बजे तक रहेगी। इसमें कक्षा 1 से 5वीं तक के लिए परीक्षा होगी।
एक्जाम पैटर्न
उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा के आधार पर किया जाएगा।
ढाई घंटे में हल करने होंगे 150 प्रश्न
प्रथम और द्वितीय दोनों ही पेपर में कुल 150 प्रश्न पूछे जाएंगे। सभी प्रश्न बहुविकल्पी यानी अब्जेक्टिव टाइप होंगे। इन प्रश्नों को हल करने के लिए अभ्यर्थियों को ढाई घंटे का समय दिया जाएगा। सभी प्रश्न 1.1 अंक के होंगे।
स्तर प्रथम में पांच खंडों में प्रश्न पूछे जाएंगे। प्रत्येक खंड में 30-30 बहुविकल्पी प्रश्न पूछे जाएंगे और प्रत्येक खंड में प्रश्नों के 30-30 अंक निर्धारित किए गए हैं।
स्तर द्वितीय में चार खंड में प्रश्न पूछे जाएंगे। पहले 3 खंडों में 30-30 बहुविकल्पी प्रश्न होंगे और प्रत्येक खंड 30-30 अंक का होगा। चौथे खंड में 60 बहुविकल्पी प्रश्न पूछे जाएंगे और इनके अंक 60 रहेंगे।
राजस्थान के जीके को प्राथमिकता
पहले रीट में राजस्थान के जीके को प्राथमिकता नहीं थी। एनसीटीई के सिलेबस के आधार पर ही रीट का सिलेबस तय था। अब रीट में प्रदेश की भौगोलिक स्थितिए कला संस्कृति, इतिहास से जुड़े सवाल होंगे। परीक्षा में राजस्थान अध्ययन बारीकी से पूछा जाएगा। इससे राजस्थान के अभ्यर्थियों को फायदा मिलेगा।
वेटेज सिस्टम में बदलाव
वेटेज सिस्टम में बदलाव किया गया है। पहले भर्ती की मेरिट में लेवल-2 में रीट-आरटेट में अंकों का 70 फीसदी व स्नातक के अंकों का 30 फीसदी वेटेज जोड़कर मेरिट बनाई जाती थी। अब शिक्षक भर्ती में रीट-आरटेट के अंकों का 90 फीसदी व स्नातक के अंकों का 10 फीसदी वेटेज जोड़कर मेरिट बनाई जाएगी।
ऑनलाइन ही स्वीकार होंगे आवेदन
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने साफ किया है कि राजस्थान एलिजिबिलिटी एग्जामिनेशन फॉर टीचर्स -2021 के लिए आवेदन ऑनलाइन ही स्वीकार किए जाएंगे। अन्य किसी किसी माध्यम से एप्लीकेशन फॉर्म स्वीकार नहीं किए जाएंगे। आवेदन के लिए योग्यता, पात्रता मापदंड, परीक्षा शुल्क, परीक्षा संरचना, परीक्षा का विस्तृत पाठ्यक्रम, परीक्षा का स्वरूप, प्रक्रिया, आयोजन और अन्य शर्तों सहित विस्तृत जानकारी बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध है। आप राजस्थान बोर्ड (बीएसईआर) की वेबसाइट के जरिए अप्लाई कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन 11 जनवरी से जारी हैं। अंतिम तिथि 20 फरवरी रहेगी।
ऐसे करें आवेदन
बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन, राजस्थान के आधिकारिक पोर्टल http://reetbser21.comपर जाएं
होम पेज पर जाकर आरईईटी 2020-21 एप्लिकेशन फॉर्म लिंक पर क्लिक करें और लॉगिन विवरण दर्ज करें।
एक बार विवरण देखें और सबमिट पर क्लिक करें।
आपका रीट एप्लिकेशन फॉर्म स्क्रीन पर प्रदर्शित होगा।
अपने डिवाइस में एप्लिकेशन फॉर्म डाउनलोड कर भविष्य के उपयोग के लिए आवेदन की एक हार्ड कॉपी लें।
यह है आवेदन शुल्क
कैंडीडेट्स को एक परीक्षा में शामिल होने के लिए 550 रुपये की फीस अदा करनी होगी जबकि दोनों सब्जेक्ट में शामिल होने के लिए 750 रुपये की फीस अदा करनी होगी।
न्यूनतम उत्तीर्णांक
रीट में विभिन्न श्रेणियों के लिए न्यूनतम उत्तीर्णांक इस प्रकार निर्धारित किए गए हैं-
सामान्य अनारक्षित-60 अंक (टीएसपी नॉन टीएसपी)
अनुसूचित जनजाति-55 (नॉन टीएसपी)-36 (टीएसपी)
अनुसूचित जाति, ओबीसी, एमबीसी व आर्थिक कमजोर वर्ग-55 अंक (नॉन टीएसपी व टीएसपी)
समस्त श्रेणी की विधवा और परित्यक्ता महिलाएं एवं पूर्व सैनिक-50 अंक (टीएसपी व नॉन टीएसपी)
दिव्यांग-40 अंक (टीएसपी व नॉन टीएसपी)
सहरिया जनजाति-36 अंक (टीएसपी व नॉन टीएसपी)
ऐसे शुरू हुई थी रीट
सन 2011 में एनसीटीई राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने परिपत्र जारी किया था जिसमें उल्लेखित था कि शिक्षक बनने के लिए प्रत्येक अभ्यर्थी को अध्यापक पात्रता परीक्षा- आरटीईटी (राजस्थान टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट)उत्तीर्ण करना अनिवार्य होगा। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने सभी राज्यों को अपने स्तर के अनुसार परीक्षा लेने और न्यूनतम उत्तीर्णांक जो 60 प्रतिशत निर्धारित किए थे। इसमें आरक्षित वर्गों को आवश्यक छूट देने का प्रावधान भी किया था। शुरू में राजस्थान में इस अध्यापक पात्रता परीक्षा को आरटेट के नाम से आयोजित किया गया। 2011-12 में यह परीक्षा हुई थी। जिसे परवर्ती सरकार ने राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा रीट के नाम से आयोजित किया। यह परीक्षा 2015, 2017 हो चुकी है। अब अप्रैल 2021 यह परीक्षा अभ्यर्थी प्रत्येक बार दे सकता है। उसके वही अंक मान्य होंगे जिस परीक्षा में उसने सर्वोच्च अंक प्राप्त किए हों। रीट में पास होने के लिए न्यूनतम 60 फीसदी अंक होने चाहिए। वहीं राजस्थान के अनुसूचित जनजाति वाले क्षेत्रों के कैंडीडेट्स का न्यूनतम पासिंग मार्क 36 फीसदी होना चाहिए।