
देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन दूसरे फेज की परीक्षा 15 मार्च से शुरू हो रही है। बेस्ट इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला मिलने की उम्मीद में लाखों स्टूडेंट्स इसकी तैयारी कर रहे हैं। उनकी तैयारी अब अंतिम दौर में है। हमने एक्सपर्ट से जाना एक्जाम से ठीक पहले तैयारी कैसे करें।
नया नहीं पढ़ें, रिवीजन करें
एक्जाम से ठीक पहले नया पढऩे के बजाय पहले पढ़े टॉपिक्स के रिवीजन पर ध्यान दें यानी स्टूडेंट्स उन टॉपिक्स या चैप्टर्स पर ज्यादा फोकस करें, जिनकी तैयारी कर चुके हों। ऐसे चैप्टर्स के इंपॉर्टटेन्ट पॉइंट्स और शॉर्ट नोट्स को लिखकर बार-बार रिवाइज करें।
फॉर्मूलों पर फोकस करें
एग्जाम के लिए जितने भी जरूरी फॉर्मूले हैं, उन्हें एक पेपर पर लिख लीजिए और उसको स्टडी टेबल, बेड या डाइनिंग टेबल के पास लगा लें। वे बार-बार आपकी नजर में आते रहेंगे तो स्मृति में पक्के हो जाएंगे।
पिछले साल के पेपर सॉल्व करें, मॉक टेस्ट दें
परीक्षा से कुछ दिन पहले कॉन्फिडेंस बूस्ट करने के लिए रोज ज्यादा से ज्यादा मॉक टेस्ट दें और पुराने पेपर सॉल्व करें। मॉक टेस्ट की मदद से अपने लेवल को चेक करने में मदद मिलेगी। इससे आप एग्जाम के पैटर्न को लेकर कॉन्फिडेंट रहेंगे। साथ ही टाइम मैनेजमेंट में भी मदद मिलेगी।
टारगेट लेकर हल करे पेपर
इस वर्ष जेईई-मेन पेपर 75 की जगह 90 सवाल का होने जा रहा है। इसमें एमसीक्यू के 60 एवं न्यूमेरिकल वैल्यु बेस्ड 30 प्रश्न पूछे जाएंगे। इनमें से न्यूमेरिकल वैल्यु बेस्ड 30 प्रश्नों में से 15 प्रश्न हल करने होंगे। विद्यार्थियों को इस बदले हुए पैटर्न के अनुसार ही निर्धारित समय में प्रश्न पत्र हल करने की कोशिश करनी चाहिए।
शुरू करें रियल टाइम प्रेक्टिस
विद्यार्थियों को अपनी बॉडी की बॉयलोजिकल क्लॉक परीक्षा समय के अनुरूप ढाल लेना चाहिए। परीक्षा जिस शिफ्ट में है, उस टाइमिंग के मुताबिक मॉक टेस्ट दें। इससे पेपर के दौरान किसी तरह का आलस्य अनुभव नहीं होगा। आप पूरे क्षमता के साथ परीक्षा दे सकेंगे। विद्यार्थियों को बचे हुए दिनों में अपने आवंटित समय सुबह 9 से 12 या दोपहर 3 से 6 के अनुसार रीयल टाइम प्रेक्टिस शुरू करनी चाहिए।
तनाव को हावी ना होने दें
आखिरी समय में बहुत लगातार ज्यादा पढ़ाई करने से बचें। पढ़ाई के दौरान थोड़े-थोड़े समय के बाद ब्रेक जरूरी है। अगर आप लगातार पढ़ेंगे तो एग्जाम के दौरान थकान हो सकती है और इसका असर परीक्षा में आपके प्रदर्शन पर पड़ सकता है। इस समय अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए और नींद पूरी लेनी चाहिए। इससे आप अपनी पूरी क्षमता के मुताबिक प्रदर्शन कर पाएंगे।
तनाव से बचने के लिए परीक्षा से पहले एग्जाम के बारे में किसी से भी ज्यादा डिस्कशन-बहस ना करें।
परीक्षा में अपनाएं स्मार्ट टैक्नीक
परीक्षा में प्रश्नों को हल करने के लिए समय सीमा का ध्यान रखना चाहिए। आप पेपर सही समय पर कर पाएंगे और प्रश्न छूटने की आशंका भी कम हो जाएगी। इसके लिए स्मार्ट टैक्नीक अपनाएं। परीक्षा में सरल एवं कठिन प्रश्नों की मार्किंग स्कीम समान ही रहती है। ऐसे में विद्यार्थियों को परीक्षा में पहले सरल प्रश्नों को हल कर आत्मविश्वास बढ़ाना चाहिए। यदि कुछ प्रश्न कठिन भी आते हैं तो उनको बाद में धैर्य के साथ हल करना चाहिए। बिना निगेटिव मार्किंग वाले सवाल को भी जरूर अटेम्प्ट करें।
परेशान ना हो, स्टूडेंट्स ये नम्बर रेंज लेकर चलें
परीक्षा में अपने प्रदर्शन को लेकर परेशान ना हो, आगे तीन और सेशन में अपने स्कोर सुधार सकते हैं। एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा बताते हैं कि जेईई मेन के 300 अंकों में से सामान्य श्रेणी का विद्यार्थी 100 से 120 अंक प्राप्त कर लेता है तो गत वर्षों के आकलन के अनुसार जेईई-एडवांस्ड परीक्षा देने की पात्रता पूरी कर सकता है। इसके साथ ही यदि विद्यार्थी 130 से 160 अंक प्राप्त कर लेता है तो उसे किसी न किसी एनआईटी की कोर ब्रांच में प्रवेश का अवसर प्राप्त हो सकता है। यदि विद्यार्थी फरवरी में इस स्कोर तक नहीं पहुंच पाते हैं तो भी उनके पास अगले तीन अवसर होंगे, इसलिए किसी भी तरह से असमंजस या हड़बड़ाहट में आकर परीक्षा नहीं दें। कोविड को देखते हुए एनटीए इस वर्ष यह परीक्षा चार बार करवाएगा। ऐसे में विद्यार्थियों के पास फरवरी के साथ-साथ मार्च, अप्रेल और मई में भी परीक्षा में शामिल होने तथा एडवांस्ड की पात्रता सिद्ध करने के लिए चार मौके हैं।
राजेश जैन (लेखक careerguidance4u.com के संपादक के हैं)