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इस साल 23 आईआईटी की 16 हजार 598 सीटों पर दिया जाएगा प्रवेश, जानिए किस रैंक पर कौनसी आईआईटी में मिलेगी क्या ब्रांच

IIT_Bombay
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इस बार देश के 23 आईआईटी, 32 एनआईटी, 26 ट्रिपलआईटी, 33 जीएफटीआई की 54 हजार 477 सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। इनकी ज्वाइंट काउंसलिंग प्रक्रिया में कुल 112 कॉलेजों की 469 ब्रांचेंज को भरकर लॉक करने का विकल्प दिया गया है। विद्यार्थी 21 सितम्बर तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन एवं च्वाइस फिलिंग कर सकते हैं।

जेईई-एडवांस्ड के रिजल्ट के बाद अब विद्यार्थियों और अभिभावकों में सबसे बड़ी उत्सुकता कॉलेज और ब्रांच के चयन की है। हर विद्यार्थी अच्छी आईआईटी के साथ मनपसंद ब्रांच चाहता है।

• ऐसे विद्यार्थी जिनकी ऑल इंडिया रैंक अण्डर-100 है, उन्हें टॉप आईआईटी बॉम्बे, दिल्ली, कानपुर, मद्रास में कम्प्यूटर साइंस मिलने की संभावना है। विद्यार्थियों की फर्स्ट च्वाइस देखें तो आईआईटी मुम्बई सीएस ब्रांच रहती है, जो कि टॉप-60 पर क्लॉज हो जाती है। इसके बाद दूसरी प्राथमिकता दिल्ली सीएस को स्टूडेंट देते हैं। तीसरी प्राथमिकता में कानपुर और मद्रास की कम्प्यूटर साइंस ब्रांच को दी जाती है।

•100 से 500 रैंक में दिल्ली, कानपुर की एमएनसी, उपरोक्त चारों आईआईटी की इलेक्ट्रीकल, खड़गपुर की सीएस मिल सकती है। 500 से 1000 रैंक में बीएचयू, रुड़की, हैदराबाद, गुवाहाटी की सीएस, मुम्बई, दिल्ली, कानपुर की कोर ब्रांच मिलने की संभावना है।

• 1000 से 4000 रैंक विद्यार्थियों को गांधी नगर, इंदौर, रोपड़, मंडी, जोधपुर, धनबाद, पटना, भुवनेश्वर में कम्प्यूटर साइंस एवं मुम्बई, दिल्ली, कानपुर, खड़गपुर आईआईटी में अन्य ब्रांचें मैकेनिकल, कैमिकल, सिविल, एयरोस्पेस, प्रोडक्शन आदि मिलने की संभावना रहती है।

• 4000 से 8000 रैंक में रुड़की, गुवाहाटी, खड़गपुर, हैदराबाद, वाराणसी में सिविल, कैमिकल, मेटलर्जी एवं मुम्बई, दिल्ली, कानपुर, मद्रास में लोअर ब्रांचेंज, पलक्कड़, तिरुपति, गोवा, धाड़वाड़, भिलाई, जम्मू में सीएस मिलने की संभावना बनती है।

• 8000 से 12000 रैंक में विद्यार्थियों को रोपड़, मंडी, इंदौर, गांधीनगर, जोधपुर, भुवनेश्वर, पटना, धनबाद में कोर ब्रांच के अतिरिक्त अन्य ब्रांचों के साथ-साथ पुराने सात आईआईटी में बॉयलोजिकल साइंस, नेवल आर्किटेक्चर, माइनिंग इंजीनियरिंग, पॉलीमर साइंस, सिरेमिक इंजीनियरिंग जैसी ब्रांचें मिलने की संभावना रहती है।

• 12 से 15 हजार रैंक में स्टूडेंट्स को नई आईआईटी जैसे पलक्कड़, तिरुपति, गोवा, धारवाड़, भिलाई, जम्मू की अन्य ब्रांचें मिलने की संभावना रहती है।

उपरोक्त रैंक पर आईआईटी की ब्रांच मिलने की संभावनाएं कैटेगरी अनुसार परिवर्तित होती है। साथ ही छात्राओं को दिए गए 20 प्रतिशत फी-मेल पूल कोटे से उपरोक्त आईआईटी में ब्रांच मिलने की संभावनाएं काफी पीछे की रैंक तक बन जाती है।

ऐसे विद्यार्थी जिनकी जेईई-एडवांस्ड आल इंडिया रैंक काफी पीछे है, उन्हें जेईई-एडवांस्ड के आधार पर आईआईपीई विशाखापट्टनम, राजीव गांधी पेट्रोलियम, आईआईएसईआर, आईआईएसटी में आवेदन के विकल्प हैं।

10 आईआईटी ने 15 नई ब्रांचेंज, 383 सीटों पर मिलेगा प्रवेश

इस वर्ष 10 आईआईटी में 15 नई ब्रांचों की शुरूआत की गई है। आईआईटी मुम्बई में 4 वर्षीय एनर्जी इंजीनियरिंग की 47 और आईआईटी गुवाहाटी की 20 सीटें हैं । आईआईटी रूड़की में डेटासाइंस और आर्टिफिशियल इंजीनियरिंग 40, आईआईटी हैदराबाद में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विद आईसी डिजाइन एण्ड टेक्नोलॉजी की 16, आईआईटी गांधीनगर में पांच वर्षीय कम्प्यूटर साइंस एवं इलेक्ट्रीकल इंजीनियरिंग की 20-20, आईआईटी जोधपुर में फिजिक्स विद् स्पेशलाइजेशन एवं कैमेस्ट्री विद् स्पेशलाइजेशन की 32, आईआईटी रोपड़ में इंजीनियरिंग फिजिक्स की 25, आईआईटी धारवाड़ में केमिकल एवं बायोकेमिकल इंजीनियरिंग की 15, मैथेमेटिक एण्ड कम्प्यूटिंग की 28, सिविल एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर इंजीनियरिंग की 15, इंटर डिसिप्लनरी साइंसेज की 57, आईआईटी भिलाई में मेकाट्रोनिक्स इंजीनियरिंग की 20, पलक्कड़ में डेटा साइंस एवं इंजीनियरिंग की 28 सीटें नई जुड़ी हैं। इन 10 आईआईटी की नई ब्रांचेज की 383 सीटों पर प्रवेश मिलेगा।

जोसा काउंसलिंग

आईआईटी, एनआईटी, ट्रिपलआईटी एवं जीएफटीआई के कुल 114 इंजीनियरिंग संस्थानों के 620 से ज्यादा प्रोग्राम्स के लिए 12 सितम्बर सुबह 10 बजे से जोसा काउंसलिंग शुरू हुई। इस वर्ष यह काउंसलिंग प्रक्रिया 21 अकटूबर तक छह चरणों में होगी। विद्यार्थियों को कॉलेज की च्वाइसेज भरने का विकल्प दिया गया है। प्रथम राउण्ड का सीट आवंटन 23 सितम्बर को जारी होगा, विद्यार्थियों को इस वर्ष सीट आवंटन के पश्चात आवश्यक दस्तावेजों को अपलोड कर ऑनलाइन रिपोर्टिंग करनी होगी।

ऐसे करें च्वाइस फिलिंग

विद्यार्थियों को च्वाइस फिलिंग का अवसर एक बार ही दिया गया है, अतः विद्यार्थी ज्यादा से ज्यादा कॉलेजों के विकल्प को अपनी प्राथमिकता के घटते क्रम में भरें। विद्यार्थी गत वर्षों की कॉलेजों की ओपनिंग एवं क्लोजिंग रैंकों को देखते हुए कॉलेजों को चुनने के ट्रेण्ड का अनुमान लगा सकते हैं। अपनी रैंक के अनुसार कॉलेज ब्रांचों को भी अपनी रुचि अनुसार कॉलेज प्राथमिकता सूची के क्रम में शामिल करे। जोसा काउंसलिंग में कॉलेजों भरने से पूर्व अपनी प्राथमिकता के कॉलेजों की सूची कागज पर बनाकर उसका आंकलन कर ही ऑनलाइन भरें ताकि गलती होने की संभावना ना रहे। विद्यार्थियों को कॉलेज च्वाइस लॉक करने से पूर्व अवश्य पूर्ण चेक करें क्योंकि लॉक करने के उपरान्त उसमें बदलाव संभव नहीं होंगे।

जेईई-एडवांस्ड रिजल्ट- अब तक इतिहास की सबसे कम कटऑफ

आईआईटी मुम्बई की ओर से जेईई-एडवांस्ड 2022 का परिणाम में एक बार फिर काउंसलिंग के लिए क्वालीफाई करने की कटऑफ में गिरावट देखने को मिली है। इस वर्ष 23 आईआईटी की कुल 16598 सीटों के लिए 40712 विद्यार्थियों को काउंसलिंग के लिए क्वालीफाई किया गया। इसमें 34196 छात्र एवं 6516 छात्राएं शामिल हैं। काउंसलिंग में विद्यार्थियों को क्वालीफाई करने के लिए आईआईटी जेईई के इतिहास में सबसे कम कटऑफ रखी गई। इस वर्ष काउंसलिंग के लिए क्वालीफाई कटऑफ ओपन की औसतन कटऑफ 15.28, विषयवार 4.40 प्रतिशत, ओबीसी एवं ईडब्ल्यूएस की औसतन 13.89 एवं विषयवार 4 प्रतिशत, एससी, एसटी एवं पीडब्ल्यूडी की औसतन 7.78 एवं विषयवार कटऑफ 2.20 रही यानी इस वर्ष 360 नम्बर का जेईई-एडवांस्ड का पेपर हुआ जिसमें ओपन के औसतन 55 अंक, विषयवार 05 अंक, ओबीसी एवं ईडब्ल्यूएस की औसतन 50 अंक एवं विषयवार 5 अंक, एससी, एसटी एवं पीडब्ल्यूडी की औसतन 28 अंक एवं विषयवार कटऑफ 3 अंक रहे, जबकि गत वर्षों में काउंसलिंग के लिए क्वालीफाई करने की मिनिमम कटऑफ ओपन कैटेगिरी की औसतन कट ऑफ 17.50, विषयवार 5 प्रतिशत, ओबीसी एवं एडब्ल्यूएस की औसतन 15.75 व विषयवार 4.50 प्रतिशत, एससी व एसटी एवं शारीरिक विकलांग वर्ग की औसतन 8.75 एवं विषयवार 2.50 प्रतिशत कट ऑफ रही। ऐसे में करीब सामान्य एवं ओबीसी-ईडब्ल्यूएस की कटऑफ में करीब दो प्रतिशत तथा एससी-एसटी एवं पीडब्ल्यूडी की कटऑफ में करीब एक प्रतिशत की गिरावट आई।

वर्ष 2021 में 41 हजार 862 विद्यार्थियों को काउंसलिंग के लिए क्वालीफाई किया था। वर्ष 2020 में 43204 विद्यार्थी, इससे पूर्व 2019 में 38705 एवं 2018 में 31988 विद्यार्थियों को काउंसलिंग के लिए क़्वालीफाई किया गया था। जेईई-एडवांस्ड इनफोर्मेशन बुलेटिन के अनुसार मेरिट लिस्ट में शामिल होने के लिए विद्यार्थियों को विषयवार एवं औसतन दोनों कटऑफ पहले ही घोषित की जा चुकी है, जो कि सामान्य श्रेणी के लिए विषयवार 10 प्रतिशत व औसतन 35 प्रतिशत तथा ओबीसी एवं ईडब्ल्यूएस श्रेणी के विद्यार्थियों के लिए विषयवार 9 प्रतिशत एवं औसतन 31.5 प्रतिशत है। वहीं एससी व एसटी वर्ग के विद्यार्थियों के लिए विषयवार 5 प्रतिशत एवं औसतन 17.5 प्रतिशत है। परन्तु गत वर्षों में भी पूर्व में जारी कटआफ को कम किया गया था।

जेईई-एडवांस्ड परीक्षा 28 अगस्त को दो पारियों में देश के 225 परीक्षा शहरों में आयोजित की गई। इस वर्ष जेईई-एडवांस्ड परीक्षा कुल 360 अंकों की हुई थी, जिसमें पेपर-1 एवं पेपर-2 दोनों ही 180 -180 अंकों के थे। मेरिट लिस्ट में शामिल होने के लिए विद्यार्थियों को विषयवार एवं औसतन दोनों कटऑफ सामान्य श्रेणी के लिए विषयवार 10 प्रतिशत औसतन 35 प्रतिशत तथा ओबीसी एवं ईडब्ल्यूएस श्रेणी के विद्यार्थियों के लिए विषयवार 9 प्रतिशत एवं औसतन 31.5 प्रतिशत है। वहीं एससी व एसटी वर्ग के विद्यार्थियों के लिए विषयवार 5 प्रतिशत एवं औसतन 17.5 प्रतिशत है। परन्तु गत वर्ष ओपन कैटेगिरी की औसतन कट ऑफ 17.50, विषयवार 5 प्रतिशत, ओबीसी एवं एडब्ल्यूएस की औसतन 15.75 व विषयवार 4.50 प्रतिशत, एससी व एसटी एवं शारीरिक विकलांग वर्ग की औसतन 8.75 एवं विषयवार 2.50 प्रतिशत कट ऑफ रही। गत वर्ष 41 हजार 862 विद्यार्थियों को काउंसलिंग के लिए क्वालीफाई किया गया था जिसमे सामान्य सामान्य श्रेणी के 17 हजार 57, ओबीसी के 9 हजार 150, ईडब्ल्यूएस श्रेणी के 5 हजार 144, एससी के 7 हजार 747 एवं एसटी के 2 हजार 764 विद्यार्थी शामिल थे।

जेक काउंसलिंग-डीटीयू, एनएसयूटी, ट्रिपलआईटी दिल्ली की 6372 सीटों पर प्रवेश

देश के आईआईटी, एनआईटी, ट्रिपलआईटी के साथ-साथ कई ऐसे अन्य शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थान हैं, जहां बड़ी संख्या में विद्यार्थी प्रवेश के लिए इच्छुक रहते हैं। इन शीर्ष संस्थानों में दिल्ली टेक्नीकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू), नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (एनएसयूटी) म ट्रिपलआईटी दिल्ली, आईजीटीयूडब्ल्यू एवं डीकेइयू संस्थान शामिल हैं। दिल्ली के इन शीर्ष संस्थानों में जेईई मेन की एआईआर के आधार पर प्रवेश मिलता है साथ ही इन संस्थानों में 85 प्रतिशत सीटें उन विद्यार्थियों के लिए आरक्षित होती हैं, जिनकी 12वीं दिल्ली से है तथा शेष 15 प्रतिशत सीटें दिल्ली के अलावा अन्य राज्यों से 12वीं पास करने वाले भारतीय विद्यार्थियों के लिए होती है। इन संस्थानों में प्रवेश प्रक्रिया 5 से 25 सितम्बर तक होगी। विद्यार्थियों की रजिस्ट्रेशन के दौरान रजिस्ट्रेशन फीस भरकर उपरोक्त पाचो संस्थानों की ब्रांचों को अपनी प्राथमिकता के घटते क्रम में भरकर उसे लॉक करना होगा। प्रथम राउंड का सीटआवंटन 28 सितम्बर को किया जाएगा। सम्पूर्ण काउन्सलिंग प्रक्रिया 4 राउंड में करवाई जा रही है। काउन्सलिंग में विद्यार्थियों को प्रत्येक राउंड के सीटआवंटन के बाद पुनः अपनी भरी हुई कॉलेज चॉइस को बदलने का विकल्प दिया जाएगा। 4 राउंड में यह काउंसलिंग 28 अक्टूबर तक चलने वाली है और उसके बाद बची हुई सीटों के लिए स्पॉट राउंड करवाया जाएगा। गत वर्ष दिल्ली के इन संस्थानों में बहुत पीछे की जेईई मेन एआईआर तक प्रवेश मिला था ऐसे में जिन विद्यार्थियों की रैंक पीछे है उन्हें अवश्य इन संस्थानों में प्रवेश के लिए इस काउन्सलिंग में भाग लेना चाहिए।

 

 

 

 

 

 

 

 

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