
इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं जेईई मेन और एडवांस्ड में भाग लेने वाले हजारों स्टूडेंट्स जिनको गणित विषय में विशेष रूचि एवं महारत हासिल होती है, उनके लिए एक बेहतरीन अवसर है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टीट्यूट, कोलकाता यानी भारतीय सांख्यिकीय संस्थान की ओर से एडमिशन टेस्ट का आयोजन 8 मई को किया जाएगा।
ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 1 से 31 मार्च तक चलेगी। एडमिट कार्ड 21 अप्रैल को जारी किए जाएंगे। इंडियन स्टैटिसटिकल इंस्टीट्यूट द्वारा बैचलर आफ स्टैटिसटिक्स तथा बैचलर ऑफ मैथमेटिक्स के त्रिवर्षीय स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए टेस्ट का आयोजन किया जाता है।
टेस्ट का आयोजन दो सत्रों में किया जाएगा। प्रथम सत्र 10.30 बजे से 12.30 बजे के बीच और दूसरा सेशन दोपहर 2 बजे से 4 बजे के बीच हाेगा। दोनों सेशन में गणित विषय पर ही प्रश्न पूछे जाएंगे।
इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं जेईई मेन और एडवांस्ड में भाग लेने वाले हजारों स्टूडेंट्स जिनको गणित विषय में विशेष रूचि एवं महारत हासिल होती है, उनके लिए एक बेहतरीन अवसर है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित इंडियन स्टैटिसटिकल इंस्टीट्यूट, कोलकाता की ओर से एडमिशन टेस्ट का आयोजन 8 मई को किया जाएगा।
ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 1 से 31 मार्च तक चलेगी। एडमिट कार्ड 21 अप्रैल को जारी किए जाएंगे। इंडियन स्टैटिसटिकल इंस्टीट्यूट द्वारा बैचलर आफ स्टैटिसटिक्स तथा बैचलर ऑफ मैथमेटिक्स के त्रिवर्षीय स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए टेस्ट का आयोजन किया जाता है।
टेस्ट का आयोजन दो सत्रों में किया जाएगा। प्रथम सत्र 10.30 बजे से 12.30 बजे के बीच और दूसरा सेशन दोपहर 2 बजे से 4 बजे के बीच हाेगा। दोनों सेशन में गणित विषय पर ही प्रश्न पूछे जाएंगे।
जानिए इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टीट्यूट के बारे में
सांख्यिकी की पढ़ाई कई अच्छी यूनिवर्सिटीज में होती है लेकिन हमारे देश में सांख्यिकी पढ़ने के लिए सबसे बढ़िया विकल्प ‘इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टीट्यूट’ है। स्टूडेंट्स के बीच इसका इतना ज्यादा क्रेज है कि कई बार स्टूडेंट्स आईआईटी को छोड़ कर इंडियन स्टैटिस्टिक्ल इंस्टीट्यूट में एडमिशन लेते हैं। लेकिन, इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टीट्यूट और उसकी प्रवेश-परीक्षा के बारे में विस्तृत जानकारी बहुत कम विद्यार्थियों के पास होती है।
सुविख्यात वैज्ञानिक और सांख्यिकीविद प्रशांत चन्द्र महालनोबिस जब इंग्लैंड से पढ़ाई पूरी करके भारत लौटे तब उन्होंने कोलकाता में कुछ अपने वैज्ञानिक तथा गणितज्ञ मित्रों के सहयोग से 28 अप्रैल 1932 के दिन एक शोध संस्थान की शुरुआत की। धीरे-धीरे फिर वही संस्थान इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टीट्यूट में तब्दील हो गया। 1938 से वहां ट्रेनिंग भी शुरू कर दी गई। आज इस संस्थान के सेंटर दिल्ली, बेंगलुुरु, चेन्नई, तेजपुर और गिरिडीह में भी हैं । इस संस्थान का नेटवर्क कोयम्बटूर, वडोदरा, पुणे, हैदराबाद और मुंबई में भी है।
इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टीट्यूट में बैचलर डिग्री तथा मास्टर डिग्री के लिए पढ़ाई के साथ-साथ रिसर्च के लिए भी एडमिशन होता है। मैथेमैटिक्स और सांख्यिकी में बैचलर डिग्री के लिए 50-50 सीटें हैं और इसके लिए प्रत्येक वर्ष मई में प्रवेश-परीक्षा आयोजित की जाती है। परीक्षार्थी के लिए 10+2 की योग्यता के साथ-साथ गणित तथा इंग्लिश विषय की अनिवार्यता भी आवश्यक होती है। हालांकि सीटें बहुत कम हैं लेकिन, गणित में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों के लिए सबसे अच्छी बात है कि प्रवेश-परीक्षा में सिर्फ गणित विषय से ही प्रश्न पूछे जाते हैं। और अगर कोई विद्यार्थी इंडियन नेशनल मैथेमैटिकल ओलिंपियाड का विनर है तब उसे लिखित परीक्षा देने की भी कोई आवश्यकता नहीं है। लेकिन, उसे भी आवेदन करना होता है। दो शिफ्टों में लिखित परीक्षा होती है।
पहली शिफ्ट में गणित के लगभग 25 से 30 ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाते हैं और दूसरी शिफ्ट में 8 से 10 बड़े सब्जेक्टिव सवालों का जवाब देना होता है। सफल विद्यार्थियों को इंटरव्यू के लिए कोलकाता बुलाया जाता है। इसके बाद संस्थान द्वारा चयनित विद्यार्थियों को पढ़ाई के दरम्यान प्रतिमाह 3000 रुपए भी दिए जाते हैं। इंटरव्यू में ज्यादातर सवाल किसी कांसेप्ट के ‘हाउ एंड व्हाई’ से पूछे जाते हैं। इसलिए प्रवेश-परीक्षा की तैयारी के लिए स्कूल के शुरुआती दौर से गणित को बड़े ध्यान से पढ़ना जरूरी होता है। कुछ किताबें जैसे आई ए मैरून की कैलकुलस, एस एल लोनी की ज्योमेट्री और ट्रिग्नोमेट्री और हॉल एंड नाईट की एल्जेब्रा तैयारी में काफी मददगार साबित होंगी। प्रवेश-परीक्षा में पूछे गए पुराने सवालों का संग्रह आप ऑनलाइन आर्डर करके मंगवा सकते हैं। तैयारी के आखिरी दौर में प्रवेश-परीक्षा में पूछे गए ज्यादा से ज्यादा सवालों को हल करना फायदेमंद होता है।
इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टीट्यूट-भारतीय सांख्यिकीय संस्थान
आदर्श वाक्य: भिन्नेष्वैक्यत्व दर्शनम् (विविधता में एकता का दर्शन)
स्थापित 17 दिसंबर, 1931
प्रकार: सार्वजनिक
निदेशक: शंकर के पाल
शिक्षक: 255
कर्मचारी संख्या: 1017
विद्यार्थी संख्या: 375
स्नातक: 110
स्नातकोत्तर: 225
डॉक्ट्रेट: 40
अवस्थिति: कोलकाता, पश्चिम बंगाल, भारत
परिसर: महानगर
उपनाम: आई. एस. आई
वेबसाइट : http://www.isical.ac.in http://www.isibang.ac.in http://www.isid.ac.in